जब पुलिस की रेड पड़ती है तो कई बार ऐसा होता है कि त्वरित कार्रवाई के दौरान निर्दोष लोगों के खिलाफ भी कदम उठ जाते हैं। हालांकि बाद में सच्चाई कुछ और ही निकलकर आती है। एक ऐसा ही मामला अमेरिका से सामने आया है जहां एक अपराधी को पकड़ने के लिए पुलिस ने एक निर्दोष महिला के घर छापा मार दिया। इसके बाद महिला के कपड़े उतारकर उसके यहां जांच की गई तो पता चला कि गलत जगह छापा मार दिया गया है। महिला पुलिस के खिलाफ कोर्ट चली गई तो जज ने अपना फैसला सुनाया है।
दरअसल, यह घटना अमेरिका के शिकागो स्थित एक शहर की है। ‘द गार्जियन’ की एक रिपोर्ट के मुताबिक, यहां रहने वाली एक अश्वेत सोशल वर्कर के घर पर पुलिस ने छापा मारा था। यह सब तब हुआ था जब एक अपराधी की तलाश में कुछ पुलिस अधिकारी महिला के घर में जबरन घुस आए थे। तलाशी के दौरान पुलिस ने महिला के सारे कपड़े उतरवा लिए थे और फिर हथकड़ी पहनाकर उसे काफी देर तक खड़ा रखा था। लेकिन इस मामले में ट्विस्ट तब आया जब पुलिस को पता चला कि वह गलत जगह आ गई।
पुलिस को पता चला कि जिस अपराधी को वह खोज रही थी, वह पड़ोस के एक घर में रहता है। इसके बाद पुलिस अधिकारी महिला के घर से चले गए। फिर महिला ने स्थानीय ट्रिब्यूनल में इसके खिलाफ मामला दर्ज कराया। हालांकि इस मामले में पुलिस ने सफाई देते हुए कहा कि जब पुलिस अधिकारियों ने उसके यहां छापा मारा तो वह पहले से ही निर्वस्त्र थी और अपने कपड़े चेंज कर रही थी। महिला ने बताया कि पुलिस ने उसे आधे घंटे से अधिक समय तक बिना कपड़ों के खड़ा रखा और हथकड़ी पहना दी।
कोर्ट में बताया गया कि पुलिस गलत पते पर किसी अपराधी की तलाश कर रही थी। इसके बाद कोर्ट ने अपना फैसला सुनाया कि महिला को तीन मिलियन डॉलर यानि करीब 22 करोड़ रुपये हर्जाने के तौर पर दिए जाएं। बता दें कि यह घटना करीब दो साल पहले की है लकिन कोर्ट ने इस पर फैसला हाल ही में सुनाया है।