कई मसलों से पहले से ही जूझ रहा पाकिस्तान पर अब गैस संकट के बादल छा रहे हैं। पाकिस्तान के सूचना मंत्री फवाद चौधरी ने मीडिया से बातचीत करते हुए गैस संकट की चेतावनी दी है। उन्होंने कहा है कि आने वाले सालों में पास्किस्तान के पास कोई गैस नहीं होगी। उन्होंने आगे कहा है कि पिछले दो सालों से देश में हर साल गैस में 9 फीसद की कमी हो रही है।
फवाद चौधरी ने आगे कहा है कि बड़े शहरों में 23 फीसद लोगों को रियायती दरों पर गैस उपलब्ध है और इसका बोझ देश के अन्य हिस्सों में बड़े पैमाने पर लोग वहन कर रहे हैं जो एलपीजी, कोयले और अन्य साधनों पर निर्भर हैं। उन्होंने कहा है कि बड़े शहरों में सस्ती दरों पर गैस मिलने वाले लोगों को अब अपनी आदतें बदल लेनी चाहिए। ऐसा अब और अधिक समय तक जारी नहीं रहेगी। उन्होंने आगे कहा है कि सभी को समान आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए सरकार को अपनी गैस प्रणाली का पुनर्गठन करना होगा।
रिपोर्ट्स बताती हैं कि पाकिस्तान गैस के भंडार में कमी की चुनौती का सामना करना पड़ रहा है। मामले को लेकर केंद्रीय मंत्रिमंडल ने पेट्रोलियम डिवीजन को लघु, मध्यम और दीर्घकालिक योजना तैयार करने का आदेश दिया है। फेडरल कैबिनेट ने पेट्रोलियम डिवीजन को गैस भंडार में कमी दर का पता लगाने के लिए भी कहा है।
पाकिस्तान सरकार ने हाल ही में कहा था कि आने वाले सालों में किसी भी बड़ी खोज के अभाव में गैस भंडार पूरी तरह से खत्म हो जाएगा। ऐसे हालत में आयात वाले गैस पर निर्भरता बढ़ जाएगी। इसे लेकर पेट्रोलियम डिवीजन नए एलएनजी टर्मिनलों की स्थापना के साथ-साथ उत्तर-दक्षिण गैस पाइपलाइन के निर्माण में मदद कर रहा है।