गाजियाबाद के लोनी बॉर्डर थाने पुलिस ने बेटी की हत्या के मामले में जेल गए एक व्यक्ति ने पैरोल पर बाहर आने के बाद आगे की सजा से बचने के लिए एक मजदूर की हत्या कर दी। पुलिस ने इस मामले में आरोपी सहित उसकी पत्नी को गिरफ्तार कर लिया है। साथ ही उनके कब्जे से हत्या में इस्तेमाल किए जाने वाला चारपाई का पाया, एक साइकिल बरामद की है। आरोपियों से पूछताछ के बाद मृतक व्यक्ति की पहचान बिहार के गया जिले के रहने वाले डोमन रविदास के रूप में हुई।
एसपी देहात ने बताया कि दिल्ली के करावल नगर में रहने वाला सुरेश कुमार पैरोल पर जेल से छूटा था। उसने अपनी पत्नी अनुपमा के साथ मिलकर सजिश के तहत एक मजदूर को घर पर काम करने के लिए बुलाया और फिर उसकी हत्या कर दी। उसके बाद मृतक की पहचान छुपाने के लिए शव का चेहरा जलाकर लोनी थाना क्षेत्र के एक खाली प्लॉट में फेंक दिया था।
लोनी पुलिस को जब यह शव मिला तो उसकी जेब से सुरेश कुमार का आधार कार्ड मिला। उस आधार कार्ड पर लिखे पते पर पुलिस करावल नगर स्थित आरोपी के घर पहुंची जहां आरोपी की पत्नी ने शव को अपने पति का बताया और अंतिम संस्कार कर दिया। इस मामले में पुलिस को कुछ शक होने पर छानबीन की गई और इलाके के सीसीटीवी कैमरे भी खंगाले गए जिसने आरोपी की कद-काठी का व्यक्ति साइकिल पर बोरा रखकर ले जाता नजर आया।
इसके बाद पुलिस ने आरोपी के घर नजर रखी 10 दिसंबर को आरोपी जैसे ही अपने घर पहुंचा तो पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने बताया कि आरोपी 2018 में अपनी बेटी की हत्या के मामले में जेल में बंद था और इस पर मुकदमा चल रहा है, यह मार्च से पैरोल पर बाहर चल रहा था और 22 दिसंबर को इसे वापस जेल जाना था। जेल जाने से बचने के लिए उसने अपनी पत्नी के साथ मिलकर यह साजिश रची थी। पुलिस ने आरोपी व उसकी पत्नी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है।