तमिलनाडु में सीडीएस जनरल बिपिन रावत के हेलिकॉप्टर क्रैश के मामले में वायुसेना ने ट्राई सर्विस कोर्ट ऑफ इन्क्वॉयरी का गठन कर दिया है। यह जांच समिति हेलिकॉप्टर क्रैश के कारणों का पता लगाएगी। वायुसेना ने इस बारे में ट्वीट कर जानकारी दी है। इसके साथ ही एयरफोर्स ने अपने ट्वीट में कहा है कि यह जांच तेजी से पूरी होगी और तथ्यों का पता लगाया जाए। वायुसेना ने अपील की है कि जांच पूरी होने तक मृतकों की पूरी गरिमा रखी जाए और किसी भी तरह की गलत जानकारी या फिर कयासबाजी से बचा जाए।
इससे पहले डिफेंस मिनिस्टर राजनाथ सिंह ने गुरुवार को संसद में बयान देते हुए हादसे की वजह पता लगाने के लिए कोर्ट ऑफ इन्क्वॉयरी के गठन का ऐलान किया था। इस जांच का नेतृत्व एयर मार्शल मानवेंद्र सिंह करेंगे। बुधवार को इस हादसे के तुरंत बाद ही एयरफोर्स ने जांच कमिटी गठित करने का ऐलान कर दिया था। इस अप्रत्याशित हादसे को लेकर हैरानी भी जताई जा रही है क्योंकि जनरल बिपिन रावत जिस Mi 17 हेलिकॉप्टर में सवार थे, वह काफी आधुनिक और सुरक्षित माना जाता है। ऐसे में इसकी जांच होना अहम है।
गुरुवार को घटनास्थल से हेलिकॉप्टर का ब्लैकबॉक्स बरामद किया गया था। इसकी जांच से यह पता चल सकेगा कि आखिर अंतिम क्षणों में हेलिकॉप्टर के पायलट ने एयर ट्रैफिक कंट्रोल को क्या जानकारी दी थी। इस बीच शुक्रवार को दिल्ली में हादसे में मारे गए सैनिकों का अंतिम संस्कार किया जा रहा है। सुबह ब्रिगेडियर एल.एस. लिड्डर का अंतिम संस्कार किया गया। इस दौरान उनके परिजन और कई बड़ी हस्तियां मौजूद थीं। इसके अलावा जनरल बिपिन रावत और उनकी पत्नी मधुलिका रावत का शव उनके घर में रखा गया है। यहां कई हस्तियां उन्हें अंतिम विदाई देने के लिए पहुंची हैं।