दिल्ली के राम मनोहर लोहिया (आरएमएल) अस्पताल प्रशासन ने नीट-पीजी 2021 काउंसलिंग (NEET-PG 2021 Counselling) में देरी का विरोध कर रहे रेजिडेंट डॉक्टरों को मंगलवार को नोटिस जारी कर अनुशासनात्मक कार्रवाई की धमकी दी है।
आरएमएल अधीक्षक कार्यालय द्वारा जारी सर्कुलर के अनुसार, एडहॉक आधार पर नियुक्त सभी रेजिडेंट डॉक्टरों (जूनियर और सीनियर रेजिडेंट्स) को सूचित किया जाता है कि वे ना किसी हड़ताल में शामिल हो सकते हैं और ना ही ऐसी किसी गतिविधि में भाग ले सकते हैं। नियमों का पालन न करने पर बर्खास्तगी सहित अनुशासनात्मक कार्रवाई की जा सकती है।
इस बीच, स्वास्थ्य सेवा महानिदेशालय ने विरोध करने वाले रेजिडेंट डॉक्टरों से अपने काम पर लौटने की अपील की है। स्वास्थ्य सेवा महानिदेशालय ने कहा कि मैं एक बार फिर आपसे ड्यूटी पर लौटने और स्वास्थ्य मंत्री और स्वास्थ्य मंत्रालय को अपना समर्थन देने की अपील करता हूं, जो न्यायाधीन इस मामले को सुलझाने की पूरी कोशिश कर रहे हैं। इसमें कहा गया है कि ड्यूटी पर लौटने से आपके साथ-साथ हमारे प्यारे देश के गरीब और आम लोगों के लिए इस सबसे चुनौतीपूर्ण समय में राष्ट्रवादी, नैतिक और तर्कसंगत दृष्टिकोण का एक बहुत मजबूत संदेश मिलेगा, क्योंकि वे इस तरह की हड़ताल से पीड़ित हैं।
वहीं, फैडरेशन ऑफ रेजिडेंट डॉक्टर्स एसोसिएशन (FORDA) ने सोमवार को राज्य RDA प्रतिनिधियों और केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया के साथ बैठक के बाद भी NEET-PG 2021 काउंसलिंग में तेजी लाने के लिए अपना आंदोलन जारी रखने का फैसला किया।
तीन केंद्रीय अस्पतालों- आरएमएल, सफदरजंग और लेडी हार्डिंग के रेजिडेंट डॉक्टरों ने 27 नवंबर को नीट-पीजी 2021 काउंसलिंग आयोजित करने में बार-बार देरी के विरोध में ओपीडी सेवाओं को निलंबित कर दिया। COVID-19 महामारी के कारण NEET PG 2021 में विभिन्न पाठ्यक्रमों में प्रवेश अनिश्चित काल के लिए स्थगित कर दिया गया है।