कोरोना वायरस के नए ओमिक्रॉन वैरिएंट की दहशत के बीच दिल्ली स्थित लोक नायक जय प्रकाश (एलएनजेपी) अस्पताल के विशेष केंद्र में सोमवार को तीन और अंतरराष्ट्रीय यात्रियों को भर्ती कराया गया, जिनमें से दो लोग कोरोना संक्रमित हैं और एक संदिग्ध मामला है। एलएनजेपी अस्पताल के संबंधित विशेष केंद्र में कोरोना वायरस के नए ओमिक्रॉन वैरिएंट से संक्रमित लोगों को आइसोलेशन में रखने और उनके इलाज की व्यवस्था है।
दिल्ली सरकार द्वारा संचालित एलएनजेपी अस्पताल के डायरेक्टर डॉ. सुरेश कुमार ने कहा कि वर्तमान में केंद्र में कुल 26 लोग हैं जिनमें से 19 संक्रमित हैं और सात संदिग्ध मामले हैं। सोमवार को पहुंचे तीन अंतरराष्ट्रीय यात्रियों में से दो कोविड-19 से पीड़ित पाए गए हैं। तीनों भारतीय हैं और वे दुबई, फ्रांस तथा ब्रिटेन से आए हैं।
दिल्ली में रविवार को ओमिक्रॉन का पहला मामला सामने आया था, जिसमें तंजानिया से पहुंचा और कोविड टीके की दोनों खुराक ले चुका 37 वर्षीय एक व्यक्ति संक्रमित मिला। रांची निवासी मरीज ने दो दिसंबर को कतर एयरवेज की उड़ान से तंजानिया से दोहा और वहां से दिल्ली की यात्रा की थी। वह एक हफ्ते तक दक्षिण अफ्रीका के जोहानिसबर्ग में रहा। उसे हल्के लक्षण हैं।
जीनोम सिक्वेंसिंग के लिए भेजे गए 17 में से 12 नमूनों के नतीजे रविवार को जारी किए गए। इनमें से 11 ओमिक्रॉन से संक्रमित नहीं मिले। इस बीच, एक अन्य अधिकारी ने कहा कि जो लोग ओमिक्रॉन से संक्रमित नहीं मिले हैं, उन्हें तब तक केंद्र में रखा जाएगा जब तक कि उनकी कोविड-19 जांच संबंधी रिपोर्ट दो बार निगेटिव नहीं आ जाती।
केजरीवाल ने लोगों से की कोविड नियमों के पालन की अपील
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने सोमवार को कहा कि कोरोना वायरस के नए ओमिक्रॉन वैरिएंट का एक मामला राजधानी में सामने आने के बाद लोगों को घबराने की जरूरत नहीं है, लेकिन उन्हें बीमारी से बचने के लिए सोशल डिस्टेंसिंग और मास्क लगाने जैसे नियम का पालन करना चाहिए। केजरीवाल ने बताया कि वह कोविड-19 के वैरिएंट के सामने आने के बाद से हालात पर करीब से निगाह रख रहे हैं और अस्पतालों में बेड्स, दवाइयों जैसे जरूरी चीजों की पर्याप्त व्यवस्था उपलब्ध रहेगी।
केजरीवाल ने कहा कि ओमिक्रॉन देश में प्रवेश कर चुका है और इसके मामले दिल्ली समेत कई हिस्सों में मिले हैं। मैं लोगों से अपील करता हूं कि घबराएं नहीं और सोशल डिस्टेंसिंग बनाएं तथा मास्क लगाएं।
मुख्यमंत्री ने पहले कहा था कि दिल्ली सरकार ने 30,000 कोविड बेड्स तैयार किए हैं जिन्हें दो सप्ताह के नोटिस पर 64,000 तक बढ़ाया जा सकता है। मुख्यमंत्री कार्यालय के दफ्तर की ओर से जारी एक बयान में कहा गया है कि दिल्ली सरकार कोविड प्रबंधन के लिए कर्मियों की संख्या बढ़ाने पर भी ध्यान केंद्रित कर रही है ताकि अगर संक्रमण की दर में तेजी आए तो डॉक्टरों, नर्सों और पैरामेडिकल स्टाफ की कमी न हो। विशेषज्ञ डॉक्टरों के साथ-साथ मेडिकल छात्रों, नर्सों और पैरामेडिकल स्टाफ को कोविड प्रबंधन में विशेष प्रशिक्षण दिया गया है।
बयान के मुताबिक, सरकार ने 4,673 डॉक्टरों, 1,707 मेडिकल छात्रों, 6,265 नर्सों और 2,726 पैरामेडिकल कर्मियों सहित 15,370 स्वास्थ्य कर्मियों को प्रशिक्षित किया है। पांच हजार स्वास्थ्य सहायकों को भी तैनात किया जा सकता है। उन्होंने नर्सिंग, पैरामैडिक्स, होम केयर, रक्तचाप प्रबंधन व टीकाकरण का बुनियादी प्रशिक्षण दिया गया है। बयान के मुताबिक, दिल्ली सरकार ऑक्सीजन के बुनियादी ढांचे को तेजी से बढ़ा रही है ताकि ऑक्सीजन की मांग बढ़ने की पर इसकी पूर्ति की जा सके।