भारत में कोरोना वायरस के नए वैरिएंट ओमिक्रॉन के नए मामलों ने रफ्तार पकड़नी शुरू कर दी है। रविवार को महाराष्ट्र में ओमिक्रॉन वैरिएंट से संक्रमित सात और केस की पुष्टि हुई है। इसी के साथ महाराष्ट्र में ओमिक्रॉन केस की संख्या बढ़कर आठ पहुंच गई है। एक स्वास्थ्य अधिकारी ने बताया कि संक्रमितों में नाइजीरिया से आई महिला और उसकी दो बेटियां शामिल हैं। वह नजदीकी पिंपरी-चिंचवड इलाके में अपने भाई से मिलने आई है। अधिकारी ने बताया कि महिला का भाई और उसकी दो बेटियां भी ओमिक्रॉन से संक्रमित पाई गई हैं। वहीं, पिछले महीने के आखिरी सप्ताह फिनलैंड से पुणे लौटे एक अन्य व्यक्ति के भी ओमिक्रॉन से संक्रमित होने की पुष्टि हुई है।
अधिकारी ने बताया कि इसके साथ ही महाराष्ट्र में अबतक आठ लोगों के ओमिक्रॉन से संक्रमित होने की पुष्टि हो चुकी है। इससे पहले ठाणे जिले में एक व्यक्ति ओमिक्रॉन से संक्रमित पाया गया था। ठाणे में संक्रमित मिला व्यक्ति पेशे से मरीन इंजीनियर है और इस समय कल्याण के कोविड मरीज देखभाल केंद्र में उसका इलाज चल रहा है। उन्होंने बताया था कि संक्रमित डोम्बिवली इलाके का रहने वाला है और 23 नवंबर को दक्षिण अफ्रीका से दिल्ली और उसके बाद मुंबई विमान से पहुंचा था।
कर्नाटक, गुजरात और दिल्ली में ओमीक्रोन स्वरूप के मामले पाए गए हैं। केंद्र के अनुसार, ब्रिटेन, दक्षिण अफ्रीका, ब्राजील, बोत्सवाना, चीन, मॉरीशस, न्यूजीलैंड, जिम्बाब्वे, सिंगापुर, हांगकांग और इजराइल को जोखिम वाले देशों’ की सूची में शामिल किया गया है। महाराष्ट्र जिन सात और लोगों में ओमिक्रॉन वैरिएंट की पुष्टि हुई है, उन लोगोंं से संबंधित जानकारी अभी तक सामने नहीं आई है।
नए नियमों के अनुसार, ‘जोखिम वाले देशों’ से आने वाले यात्रियों को आरटी-पीसीआर जांच कराना अनिवार्य है और उन्हें परिणाम आने के बाद ही हवाई अड्डे से जाने की अनुमति होगी। इसके अलावा अन्य देशों से आने वाले दो प्रतिशत यात्रियों की जांच की जाएगी और इस जांच के लिए किसी भी यात्री के सैंपल लिए जा सकते हैं।
एलएनजेपी में चल रहा मरीज का इलाज
राजधानी दिल्ली में तंजानिया से दिल्ली आया 37 वर्षीय एक पुरुष ‘ओमिक्रॉन’ से संक्रमित पाया गया है और यह राष्ट्रीय राजधानी में कोरोना वायरस के इस नए वैरिएं से जुड़ा पहला मामला तथा देश में पांचवां मामला था। लोक नायक जय प्रकाश (एलएनजेपी) अस्पताल के अधिकारियों ने बताया कि मरीज का इस समय अस्पताल में उपचार किया जा रहा है और उसे बीमारी के मामूली लक्षण हैं।
कर्नाटक में भी आ चुके हैं दो मामले
इससे पहले, कर्नाटक में गुरुवार को ओमिक्रोन वैरिएंट के दो मामले पाए गए थे। राज्य में 66 वर्षीय दक्षिण अफ्रीकी नागरिक और बेंगलुरू का 46 वर्षीय एक डॉक्टर कोरोना वायरस के इस स्वरूप से संक्रमित पाया गया था। इन दोनों लोगों का पूर्ण टीकाकरण हो चुका है। इसके बाद, शनिवार को गुजरात में 72 वर्षीय प्रवासी भारतीय और महाराष्ट्र का 33 वर्षीय एक व्यक्ति ओमिक्रॉन से संक्रमित पाया गया था।