लोक स्वास्थ्य अभियंत्रण (पीएचईडी) मंत्री रामप्रीत पासवान ने स्थल निरीक्षण कर अभियंताओं द्वारा सरकार को गलत रिपोर्ट भेजने की पोल खोल दी। मामला मधुबनी जिले के जयनगर प्रखंड के देवधा उत्तरी पंचायत का है। विभाग ने तत्काल संबंधित तीन अभियंताओं पर कार्रवाई की है। इनमें दो को निलंबित भी कर दिया गया है।
भाजपा विधायक अरुण शंकर प्रसाद द्वारा पूछे गये सवाल पर विभाग ने मधुबनी जिले से रिपोर्ट मांगी थी। कार्यपालक अभियंता ने 22 नवंबर, 2021 को विभाग को रिपोर्ट भेजी कि मधुबनी के देवधा उत्तरी पंचायत में वर्ष 2012-13 में मिनी जालपूर्ति योजना का कार्य पूरा किया गया था, जिसमें चार वैट एवं 15 स्टैंड पोस्ट के माध्यम से जलापूर्ति की जा रही है।
मंत्री ने 28 नवंबर को उक्त जलापूर्ति योजना का स्थल भ्रमण किया तो पाया कि योजना काफी दिनों से कार्य में नहीं है। इसके 29 नवंबर को अधीक्षण अभियंता दरभंगा को निरीक्षण में भेजा गया और उन्होंने रिपोर्ट दी कि योजना पिछले कई महीनों से बंद थी और मंत्री जी के भ्रमण के दिन से आंशिक क्षेत्रों में जलापूर्ति की जा रही है। इसके बाद वहां के कार्यपालक और सहायक अभियंता को निलंबित कर दिया गया। वहीं, संविदा पर कार्य कर रहे कनीय अभियंता पर कार्रवाई की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है।