उत्तर प्रदेश के बिजनौर जिले में सिंचाई विभाग की सड़क निर्माण के गुणवत्ता की पोल उस समय खुल गई जब विधायक ने विगत तीन दिनों में बनी सड़क पर नारियल तोड़ा तो सड़क धंस गई। इसका विधायक ने एतराज जताया और विभाग के अधिकारियों को तलब किया। ग्रामीणों ने भी गुणवत्ता खराब होने पर विरोध जताया। विधायक अधिकारियों के न आने तक वहीं बैठी रहीं। बाद में अधिकारी पहुंचे तो उक्त सड़क की गुणवत्ता की जांच के लिए दो टीमें गठित करने पर ही मामला शांत हुआ।
गांव खेड़ा अजीजपुरा के पास नहर की पटरी पर सिंचाई विभाग द्वारा सड़क का निर्माण कराया जा रहा है। 7.30 किलोमीटर लम्बी उक्त सड़क 1 करोड़ 16 लाख रुपये में बनाई जा रही है। इसका निर्माण प्रारंभ कुछ दिन पहले ही कर दिया गया था। गुरुवार को सड़क निर्माण का शुभारंभ कार्यक्रम रखा गया था। इसके लिए बिजनौर विधायक सुचि चौधरी को शुभारंभ के लिए बुलाया गया। शाम करीब 3 बजे विधायक सुचि चौधरी व उनके पति मौसम ऐश्वर्य चौधरी शुभारंभ के लिए पहुंचे। वहां ग्रामीण भी आए हुए थे।
विधायक सुचि चौधरी ने जैसे ही नारियल तोड़ा शुभारंभ किया तो उक्त सड़क धंस गई। विधायक सुचि चौधरी व उनके पति ने बताया कि विभाग द्वारा सात सौ मीटर सड़क बनाई जा चुकी थी। इसी सड़क के हिस्से पर नारियल तोड़ा गया तो सड़क धंस गई। विधायक ने सड़क की गुणवत्ता खराब होने का विरोध जताया। ग्रामीण भी विरोध जताने लगे। विधायक सड़क की गुणवत्ता की जांच पर अड़ गई। आनन फानन में अधिकारियों की टीम पहुंची। बाद में दो जांच समिति गठित करने पर ही मामला शांत हुआ।