लखीमपुर हिंसा के बाद से लापता पांच मोबाइल फोन दो महीने बाद पुलिस ने बरामद कर लिये हैं। यह फोन तिकुनिया कांड के पांचों आरोपियों के हैं। अब इन मोबाइल फोन को जांच के लिए लैब भेजा जाएगा। यह फोन आरोपी सुमित, लवकुश, रिंकू, शिशुपाल और धर्मेंद्र के हैं। बताया जा रहा है कि इन पांच में से दो फोन राहगीरों के पास से मिले हैं। तीन फोन एसआईटी बरामद करके लाई है।
सुप्रीम कोर्ट के निर्देश के बाद बनी एसआईटी के आने के बाद जांच में तेजी भी आई है। 25 नवंबर को एसआईटी यहां पहली बार पहुंची थी। एसआईटी में शामिल आईपीएस एसबी शिरडकर, प्रितिंदर सिंह व पद्मजा चौहान जांच में जुटे हैं।
तिकुनिया कांड की जांच के लिए सुप्रीम कोर्ट ने तीन सीनियर आईपीएस अफसरों की एसआईटी गठित की है। एसआईटी की जांच की मानिटरिंग पंजाब हरियाणा हाईकोर्ट के रिटायर्ड जज राकेश जैन कर रहे हैं। एसआईटी के सबसे सीनियर अफसर एसबी शिरडकर हैं। वह एडीजी इंटेलीजेंस के महत्वपूर्ण पद पर तैनात हैं। उनके अलावा मूल रूप से हैदराबाद की रहने वाली पद्मजा चौहान खीरी जिले की एसपी रह चुकी हैं। डीआईजी सहारनपुर डा. प्रितिंदर सिंह भी टीम में शामिल हैं।
3 अक्टूबर को लखीमपुर खीरी के तिकुनिया में किसान आंदोलनकारियों पर भाजपा समर्थकों की कार चढ़ने के बाद 4 किसानों और एक पत्रकार की मौत हो गई थी। इसके बाद भड़की हिंसा में तीन लोगों की पिटाई से मौत हो गई थी।