भिंड में अमेजन कंपनी से गांजे की तस्करी के बाद अब इंदौर में जहर मंगाए जाने की बात सामने आई है। मध्य प्रदेश के गृह मंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा ने आशंका जताई है कि आगे कोई व्यक्ति हथियार की तस्करी में भी अमेजन का इस्तेमाल कर सकता है। इसलिए अब उन्होंने ई-कॉमर्स की नीति बनाए जाने की आवश्यकता जताई है।
गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने अमेजन से मंगाए जाने वाले सामान का अपराध में इस्तमाल होने की आशंका जताई है। उन्होंने कहा कि अभी तो गांजा तस्करी में ही उसका उपयोग सामने आया है और कंपनी के अधिकारियों को प्रकरण की जांच के लिए बुलाया गया है। मगर यह मामला और गंभीर हो गया है क्योंकि इंदौर में एक व्यक्ति द्वारा इस कंपनी से जहर मंगाया जाना भी सामने आ चुका है। उन्होंने कहा कि ऐसे में यह आशंका बनी रहेगी कि कभी भी कोई व्यक्ति अमेजन से हथियारों की तस्करी भी कर सकता है।
ई-कॉमर्स की नीति जरूरी
गृह मंत्री ने कहा है कि प्रदेश सरकार जल्द ही अमेजन और अन्य ई-कॉमर्स कंपनियों के लिए कोई नीति बनाने का प्रस्ताव तैयार करेगी। प्रदेश सरकार अपने प्रस्ताव को केंद्र सरकार को भेजकर उसे लागू कराने की कोशिश करेगी। मिश्रा ने कहा कि ई-कॉमर्स कंपनियों से सामान मंगाने या भेजने पर किसी तरह का अभी नियंत्रण नहीं है। ई-कॉमर्स नीते से यह संभव है।
संस्कृति बचाओ मंच का प्रदर्शन
संस्कृति बचाओ मंच ने भी बुधवार को अमेजन कंपनी के खिलाफ प्रदर्शन किया। मंच के चंद्रशेखर तिवारी ने आरोप लगाया है कि अमेजन को भारत ने इतना बड़ा प्लेटफार्म दिया है लेकिन वह इसका इस्तेमाल देश के युवाओं को नशे की लत में डालने के लिए गांजा तस्करी कर रहा है। उन्होंने अमेजन कंपनी के बहिष्कार का ऐलान किया।