दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने घोषणा की है कि कि आम आदमी पार्टी (आप) की सरकार अगर प्रदेश में बनती है तो उत्तराखंड के लोंगो को दिल्ली की तर्ज पर आयोध्या के दर्शन और तीर्थ यात्रा फ्री होगी। मुस्लिम समुदाय के लिए अजमेर शरीफ और सिख समुदाय को करतारपुर साहब जाने का प्रावधान करेंगे। तीर्थ यात्रा कराएंगे।
उत्तराखंड में अगले साल विधानसभा चुनाव-2022 से पहले पूरा घोषणा पत्र जारी होगा। भाजपा और कांग्रेस के पिछले 20 साल में भृष्टाचार के अलावा कुछ नही किया है। दोनों पार्टियों के पास एक दूसरे का स्टिंग है। दोंनो पार्टियां उत्तराखंड को लूटने में लगी है। दोनों पार्टियों की नीयत नही की वह स्कूल और हॉस्पिटल बनाएंगे। आप की सरकार एक बार उत्तराखंड में आई तो सभी गरीब लोगों का भला होगा।
केजरीवाल ने उत्तराखंड में वोट चैलेंज दिया है। कहा कि एक बार ‘आप’ को वोट देने के बाद कोई भी वोटर किसी भी अन्य राजनैतिक पार्टी को वोट नहीं देगा। दिल्ली में सरकार बनाने में 70 फीसदी योगदान है। रोड पर खड़े नेता ऑटो चालकों को बुरा-भला बोलते है। जबकि एक ऑटो वाला सुबह से शाम तक आरटीओ और पुलिस वालों को पैसा बांटता है। तो पैसा कैसे कमाएगा। ऑटो चालक माफिया नही, नेता और पार्टियां माफिया है।
सड़को और जमीनों को बेंचकर महल खड़े कर लिए है। दिल्ली में ऑटो चालकों की इज्ज़त है। दिल्ली में उलट सुलट कानूनों को उन्होंने बदल दिया है। दिल्ली में ऑटो चालकों की किराया कमेटी के सामने ही किराया तय किया गया है। वहा किराया बढ़ाने में ऑटो चालकों की अहम भूमिका रही है। दिल्ली में ऑटो चालक उन्हें छोटा भाई मानते है। ऑटो पर लगे चार्जिंग माफ कर दिया है। फ़ेसलेस सर्विस कर दी गई है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि समस्या चलती रहेगा वे हरिद्वार में ऑटो चालकों से अपना रिश्ता बनाने आये है। ऑटो चालकों के भाई बनने आया हूँ। आज के बाद सभी ऑटो चालकों की सारी समस्या मेरी है। उत्तराखंड में सरकार आई तो सिस्टम पूरा बदलेंगे। मुख्यमंत्री ने कहा कि आप की एक बार सरकार बना दो। जितने बेवजह के शासनादेश, पेच, कानून सभी बदलेंगे। मुख्यमंत्री ने ने कहा कि उन्हें तारीफ नही तो वोट दीजिए?
किसी कार्यालय में जाने की जरूरत नही पड़ेगी
आरटीओ कार्यालय में किसी ऑटो चालकों को चक्कर लगाने नही पड़ेंगे। पूरा ऑनलाइन काम करेंगे। जिसे ऑनलाइन नही आता उसके घर सरकारी कर्मचारी खुद घर आएगा। सभी का उपचार मुफ्त होगा। दिल्ली में किसी भी नागरिक का इलाज सरकार उठा रही है। दिल्ली में फिटनेस चार्ज नही है। पांच सौ नए स्टेंट बनाये है। कोरोना काल में दिल्ली ऑटो चालकों को आर्थिक सहायता दी है। वैसे ही यहा भी सहायता देंगे। बच्चों का भविष्य बनाने की जिम्मेदारी उनकी है। बच्चे गरीबी से बाहर आएंगे। 70 साल के इतिहास में किसी नेता ने नही कहा कि वह स्कूल बना देंगे।