बिहार प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष डॉ मदन मोहन झा ने कहा है कि तीनों काले कृषि कानूनों की वापसी के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की घोषणा पर जल्द अमल होना चाहिए। उन्होंने लोगों के खाते में 15 लाख देने और दो करोड़ रोजगार देने की घोषणा की थी। जनता को उनकी बातों पर भरोसा नहीं है। अविलंब संसद का विशेष सत्र बुलाकर इसकी औपचारिकता पूरी करनी चाहिए। साथ ही आंदोलन के दौरान मृत किसानों को शहीद का दर्जा मिले और उन पर दर्ज सभी मुकदमों को खत्म किया जाए।
शनिवार को सदाकत आश्रम में प्रेस कॉन्फ्रेंस में प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी के नेतृत्व में तमाम विपक्षी दलों ने इस आंदोलन को जीवित रखा। बिहार कांग्रेस ने 36 जिलों में किसान सत्याग्रह यात्रा के तहत पदयात्रा का आयोजन किया। आंदोलन के दौरान किसान नेताओं और किसानों पर हुए सभी मुकदमों को सरकार को वापस लेना चाहिए। जो लोग उन्हें खालिस्तानी और आतंकवादी बोल रहे हैं थे, उन्हें किसानों से सार्वजनिक माफी मांगनी चाहिए।
एक सवाल के जवाब में मदन मोहन झा ने कहा कि इस सरकार पर जनता को भरोसा नहीं रहा। लोग परिणाम देखना चाहते हैं। यही कारण है कि प्रधानमंत्री पर अविश्वास जाहिर करते हुए अब तक किसान साथी अपने घरों को नहीं लौटे हैं और वे आंदोलनरत हैं।