राजस्व खुफिया निदेशालय (डीआरआई) ने शुक्रवार को एक खुफिया अभियान कोडनेम “मोल्टेन मेटल” (Molten Metal) के तहत चार विदेशी नागरिकों को गिरफ्तार कर उनके कब्जे से 85.535 किलोग्राम सोना बरामद किया है। जब्त किए गए सोने की कीमत लगभग 42 करोड़ रुपये है। सोने की तस्करी में शामिल चारों विदेशी नागरिकों से पूछताछ की जा रही है।
वित्त मंत्रालय की विज्ञप्ति के अनुसार, गिरफ्तार किए गए लोगों में एक चीन, एक ताइवान और दो दक्षिण कोरिया से हैं। छतरपुर और गुरुग्राम में कई किराए की संपत्तियों में चलाए गए तलाशी अभियान के दौरान चार विदेशी नागरिक तस्करी कर लाए गए सोने को ‘ईआई’ लैमिनेट्स के रूप में परिवर्तित पाए गए।
जानकारी के अनुसार, मशीनी कलपुर्जों के रूप में तस्करी कर लाए गए सोने को स्थानीय बाजार में बेचने से पहले पिघलाया जा रहा था और बिस्किट और बेलनाकार आकृतियों में ढाला जा रहा था।
उक्त खुफिया जानकारी पर कार्रवाई करते हुए डीआरआई अधिकारियों ने दिल्ली एयरपोर्ट के एयर कार्गो कॉम्प्लेक्स में आयात कर लाई गई एक खेप की जांच की। जांच के दौरान, खेप में ट्रांसफॉर्मर के साथ लगे इलेक्ट्रोप्लेटिंग मशीन पाए गए। इन ट्रांसफॉर्मर के ‘ईआई’ लैमिनेट्स को निकल के साथ सोने की परत चढ़ा हुआ पाया गया, जो अनिवार्य रूप से सोने की पहचान छिपाने के लिए था।
मंत्रालय की विज्ञप्ति के अनुसार, 80 आयातित इलेक्ट्रोप्लेटिंग मशीनों में से प्रत्येक से लगभग 1 किलो सोना बरामद किया गया। ये गतिविधियां विदेशी नागरिकों द्वारा दक्षिणी दिल्ली और गुरुग्राम के आलीशान इलाकों में किराये के फार्महाउस / अपार्टमेंट में संचालित की जा रही थीं और उनके द्वारा अपने पड़ोसियों से भी अपनी गतिविधियों की अवैध प्रकृति को छिपाने के लिए अत्यधिक सावधानी बरती जा रही थी।
डीआरआई ने बयान जारी कर कहा कि बाद में एक अभियान में दिल्ली के एक जौहरी से 5.409 किलोग्राम सोना जब्त किया गया, जिसे इसी तरीके से भारत में तस्करी कर लाया गया था।
डीआरआई ने बताया कि एक खुफिया अभियान में कई भारतीय एवं विदेशी नागरिकों की पहचान की गई है, जो हवाई मार्ग से हांगकांग से भारत में सोने की तस्करी में संलिप्त हैं। तस्करी में संलिप्त चार विदेशी नागरिकों को गिरफ्तार कर लिया गया है और उनसे पूछताछ की जा रही है।