मध्य प्रदेश में जेल अधिकारियों की बंदियों के साथ साठगांठ के मामले सामने आते रहे हैं और हाल ही में उज्जैन का एक और मामला हाल में सामने आया है। इसकी प्रारंभिक जांच के बाद वहां से अधिकारी हट चुके हैं तो बंदी का जेल भी बदल गया है। मगर इस बीच बंदी साइबर हैकर का कथित एक वीडियो वायरल हुआ है जिसमें वह जेल अधिकारी की पोल खोल रहा है और अपराध का पूरा तरीका स्वीकार कर रहा है। वायरल वीडियो को लाइव हिंदुस्तान प्रमाणित नहीं करता है।
बताया जाता है कि एक साइबर हैकर अमर अग्रवाल उर्फ श्रीकृष्णा केशकर उर्फ अभिजीत मदने महाराष्ट्र के बीढ़ जिले का रहने वाला है। अमर साइबर हैकर है जो उज्जैन जेल में बंद था। वहां उसे जेल अधिकारियों ने इंटरनेट से लेकर तमाम सुविधाएं दीं जिनकी वजह से उसने जेल में बैठे-बैठे करोड़ों रुपए की ठगी की जिसकी सायबर पुलिस द्वारा जांच की जा रही है। हालांकि जेल अधिकारी जेलर संतोष लड़िया, उप जेलर सुरेश कुमार गोयल और एक प्रहरी पर आरोप लगे हैं और उऩके खिलाफ विभागीय कार्रवाई करते हुए जेल विभाग ने बंदी अमर उर्फ श्रीकृष्णा उर्फ अभिजीत को उज्जैन जेल से भोपाल जेल स्थानांतरित कर दिया है।
वायरल वीडियो में अमर
अब इस मामले में नया मोड़ आया है जिसमें अमर का एक वायरल वीडियो में उसकी स्वीकारोक्ति सामने आई है। वह संतोष लड़िया द्वारा उसे उपलब्ध कराई गई सुविधाओं के बारे में बता रहा है। यह वायरल वीडियो करीब सवा तीन मिनिट से ज्यादा का है। इसमें उसने बताया कि लड़िया ने कई होटल की बुकिंग कराई और कई फ्लाइट की बुकिंग कराई। मेरे एकाउंट का स्टेटमेंट निकलेगा तो उससे सभी चीज साफ हो जाएगी। सभी पैमेंट के लिए उन्होंने अपना ई-मेल किया है। वायरल वीडियो में अमर बता रहा है कि लड़िया के लिए उसने तीन वेबसाइट जेल से ही बनाई थीं। यू-ट्यूब चैनल भी बनवाया गया। उसे प्रमोट भी कराया। वीडियो में अमर यह भी बता रहा है कि सभी का पैमेंट उन्होंने (जेलर) उसके खाते से ही किए हैं। होटल की बुकिंग की जानकारी भी दे रहा है। वीडियो में वह कह रहा है कि आज तक उसका पैरोल भी नहीं हुआ तो कोई भी वह पैमेंट कैसे कर सकता है। डार्कवेब के बारे में भी उसने वायरल वीडियो में भी बताया है जिसकी जानकारी लड़िया ने उससे पूछी थी। इस वायरल वीडियो की सत्यता अभी संदिग्ध बताई जा रही है।