दिल्ली के रोहिणी इलाके में एक विवाहित महिला का कथित तौर पर उसके ही रिश्तेदारों में अश्लील वीडियो बना लिया फिर वीडियो वायरल करने की धमकी देकर कई बार उसके साथ रेप और गैंगरेप किया गया। आरोपियों में महिला के ससुराल पक्ष के लोग शामिल हैं। आरोपियों से परेशान होकर महिला ने आत्महत्या करने का फैसला किया और अपने भाई को आत्महत्या करने की जानकारी दी। जिसके बाद समय रहते पीड़िता के भाई ने उसे बचा लिया और मामले की शिकायत पुलिस को दी। महिला के बयान पर रोहिणी साउथ थाना पुलिस ने आईपीसी एक्ट की धारा 376/376डी और कई अन्य धाराओं में केस दर्ज कर लिया है। हालांकि, अभी इस मामले में कोई गिरफ्तारी नहीं हुई है, जिसके चलते आरोपी लगातार महिला को केस वापस न लेने पर जान से मारने की धमकी दे रहे हैं।
पुलिस अधिकारी ने बताया कि पीड़ित महिला अपने परिवार के साथ केशवपुरम इलाके में रहती है। पीड़िता की शादी नवंबर 2019 में रोहिणी सेक्टर-3 में हुई थी। पीड़िता ने पुलिस को दी शिकायत में बताया है कि शादी के बाद से ही उसका देवर अक्सर उसके साथ छेड़छाड़ करता था। एक दिन उसकी सास और पति किसी काम से घर से बाहर गए हुए थे, जिसका फायदा उठाकर देवर ने उसके साथ दुष्कर्म की वारदात को अंजाम दिया। वारदात के बाद जब परिजन घर पहुंचे तो पीड़िता ने अपने पति और सास को आपबीती बताई, लेकिन परिवार की इज्जत की खातिर महिला को चुप करा दिया गया और मामले की शिकायत पुलिस को नहीं करने दी।
ऐसे में आरोपी देवर का साहस और बढ़ गया और उसने एक दिन अपने फूफा और मौसेरे भाई के साथ घर में ही शराब पी, जिसके बाद देवर ने जबरन उसके साथ दुष्कर्म किया और उसका वीडियो बना लिया। वीडियो बनाने के बाद उसी रात आरोपी के फूफा और मौसेरे भाई ने महिला के साथ गैंगरेप की वारदात को अंजाम दिया।
आरोपियों ने पीड़िता का वीडियो व फोटो सोशल मीडिया और उसके मायके पक्ष को भेजने की भी धमकी दी। यह वीडियो बनाने के बाद आरोपी देवर ने पीड़िता के साथ दो बार दुष्कर्म किया, लेकिन पीड़िता के पति और उसकी सास ने पुलिस को शिकायत नहीं करने दी। इससे तंग आकर जब पीड़िता ने आत्महत्या करने का प्रयास किया, लेकिन उससे पहले अपने भाई को फोन कर इसकी जानकारी दी तो भाई ने अपनी बहन को बचा लिया और मायके लाकर मामले की शिकायत पुलिस को दी। रोहिणी साउथ थाना पुलिस ने मामले में केस दर्ज कर लिया है।
केस वापस लेने की मिल रही है धमकी
पीड़िता का आरोप है कि रोहिणी साउथ थाना पुलिस ने एफआईआर दर्ज तो कर ली है, लेकिन आरोपी अब भी उसे केस वापस लेने के लिए लगातार धमकी दे रहे हैं। पीड़िता का आरोप है कि पुलिस को धमकी देने के संबंध में ऑडियो रिकॉर्डिंग भी उपलब्ध करा दी गई है। बावजूद इसके पुलिस आरोपियों को गिरफ्तार नहीं कर रही है, जबकि सभी आरोपी अपने घर में मौजूद हैं।