मध्य प्रदेश के इंदौर में दोनों डोज लेने के बावजूद एक व्यक्ति कोरोना संक्रमण का शिकार हो गया। सिर्फ इतना ही नहीं, सरकारी अस्पताल में इलाज के दौरान उसकी मौत भी हो गई। इस व्यक्ति की उम्र 69 साल थी। इंदौर में साढ़े चार महीने के लम्बे अंतराल के बाद इस महामारी से किसी मरीज ने दम तोड़ा है।
डायबिटीज का था पेशेंट
कोविड-19 के नोडल अधिकारी डॉ. अमित मालाकार ने मंगलवार को यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि 69 वर्षीय पुरुष ने शहर के मनोरमा राजे टीबी (एमआरटीबी) चिकित्सालय में रविवार रात आखिरी सांस ली। उन्होंने बताया कि यह मरीज कोरोना वायरस से संक्रमित पाए जाने के बाद नौ नवंबर से एमआरटीबी चिकित्सालय में गंभीर हालत में भर्ती था। वह डायबिटीज की पुरानी बीमारी से भी जूझ रहा था। नोडल अधिकारी ने बताया कि इस व्यक्ति ने कोविड-19 रोधी टीके की दोनों खुराकें ले रखी थीं। लेकिन अस्पताल में इलाज के दौरान उसकी जान नहीं बचाई जा सकी।
कोरोना से आखिरी मौत 29 जून को हुई थी
मालाकार ने बताया कि इससे पहले इंदौर में 29 जून को कोविड-19 के एक मरीज की मौत हुई थी। गौरतलब है कि इंदौर, सूबे में कोविड-19 की पिछली दो लहरों से सबसे ज्यादा प्रभावित रहा है। हालांकि, बढ़ते टीकाकरण के बीच इन दिनों जिले में महामारी के बेहद कम नए मामले सामने आ रहे हैं। अधिकारियों ने बताया कि पिछले 24 घंटे के दौरान इंदौर में कोविड-19 का एक नया मरीज मिलने के बाद महामारी के मरीजों की तादाद बढ़कर 1,53,278 पर पहुंच गई और इनमें से 1,392 लोगों की इलाज के दौरान मौत हो चुकी है।