सेना के जवान को खुफिया सूचना लीक करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। पुणे में तैनात जवान गणेश प्रसाद को केन्द्रीय खुफिया एजेंसी से मिले इनपुट के आधार पर बिहार एटीएस ने खगौल पुलिस और मिलीट्री इंटेलिजेंस के सहयोग से गिरफ्तार कर लिया। सेना के मेडिकल कोर से जुड़ी कुछ अहम जानकारी मुहैया कराने की बात उसने स्वीकार भी कर ली है। फिलहाल उससे खगौल थाना में पूछताछ हो रही है।
सूत्रों के मुताबिक सेना का जवान गणेश प्रसाद (अस्थावां, नालंदा) पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई की महिला एजेंट के संपर्क में था। जोधपुर में तैनाती के दौरान महिला ने उसे हनी ट्रैप में फंसाया। बताया जाता है कि उक्त महिला ने खुद को नौसेना का मेडिकल स्टॉफ बताकर गणेश से दोस्ती की। पूछताछ में गणेश ने सेना के अस्पताल से जुड़े यूनिट की संख्या आदि कई जानकारी महिला से साझा करने की बात स्वीकार की है।
चार दिन पहले मिला था आईबी का इनपुट
जानकारी के मुताबिक सेना के मेडिकल कोर का जवान गणेश प्रसाद अभी पुणे में पदस्थापित है। करीब दो साल पहले वह आईएसआई की महिला एजेंट के संपर्क में आया था। सूत्रों के मुताबिक केन्द्रीय खुफिया एजेंसी से बिहार एटीएस को चार दिन पहले उसके बारे में इनपुट मिली थी। इसके बाद एक टीम को बड़े ही गुपचुप तरीके से उसकी गिरफ्तारी का टॉस्क सौंपा गया। रविवार को आखिरकार वह गिरफ्त में आ गया। फिलहाल उसे खगौल थाना में पूछताछ की जा रही है। सेना के अधिकारियों को गणेश की गिरफ्तारी की सूचना दे दी गई है। शासकीय गुप्त बात अधिनियम (ऑफिसियल सीक्रेट्स एक्ट) के तहत उसके खिलाफ मामला दर्ज किया जा रहा है।
खंगाला जा रहा मोबाइल
जानकारी के मुताबिक गिरफ्त में आए सेना के जवान गणेश प्रसाद का मोबाइल फोन जब्त कर लिया गया है। मोबाइल की फोरेंसिक जांच की जाएगी। जांच एजेंसियां यह पता लगाने की कोशिश में है कि मोबाइल के जरिए क्या-क्या संदेश आईएसआई की महिला एजेंट को दिए गए हैं। बताया जाता है कि गिरफ्तार जवान से एटीएस, आर्मी इंटेलिजेंस, पुलिस और खुफिया एजेंसियों के अधिकारी पूछताछ कर रहे हैं