हरियाणा के सोनीपत की पहलवान निशा दहिया हत्याकांड के मुख्य आरोपी कोच पवन बराक (25 वर्ष) और उसके सहयोगी सचिन दहिया (23 वर्ष) को दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने शुक्रवार को द्वारका से गिरफ्तार कर लिया। दोनों आरोपी हत्याकांड के बाद मौके से फरार हो गए थे। सोनीपत पुलिस ने इन पर 1 लाख रुपये का इनाम रखा था। पुलिस ने पवन के पास से एक लाइसेंसी रिवॉल्वर भी बरामद की है। दिल्ली पुलिस जल्द ही आरोपियों को रोहिणी कोर्ट में पेश करेगी।
कोच पवन को ओलंपिक पदक विजेता सुशील कुमार का करीबी बताया जाता है। उसने अपनी कुश्ती एकेडमी का नाम भी सुशील के नाम पर ही रखा है और सुशील के साथ उसकी ई फोटो भी सामने आई हैं।
महिला पहलवान और उनके भाई की गोली मारकर हत्या
जानकारी के अनुसार, सोनीपत जिले के हलालपुर गांव में बुधवार को एक कुश्ती एकेडमी में कुछ हमलावरों ने गांव की रहने वाली विश्वविद्यालय स्तर की पहलवान निशा दहिया (20) और उनके भाई सूरज (18) की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी, जबकि मां घायल हो गई थी। इस घटना के बाद गुस्साए गांववालों ने एकेडमी में आग लगा दी थी। जिस महिला पहलवान की हत्या की गई थी, उसकी पहचान को लेकर भ्रम पैदा हो गया था और कई खबरों में उन्हें हाल ही में अंडर-23 वर्ग की विश्व चैम्पियनशिप में कांस्य पदक जीतने वाली पहलवान बता दिया गया था। कांस्य पदक विजेता पहलवान का नाम भी निशा दहिया है।
सोनीपत के सहायक पुलिस अधीक्षक मयंक गुप्ता ने बताया था कि निशा दहिया (20) विश्वविद्यालय स्तर की पहलवान थी, जो सुशील कुमार कुश्ती एकेडमी में प्रैक्टिस कर रही थी। हालांकि कई खबरों में दहिया को विश्व पदक विजेता बताया गया था, जिन्हें कुछ दिनों पहले बेलग्रेड में उनके प्रदर्शन के लिए बुधवार सुबह ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बधाई दी थी।
पुलिस ने बताया कि यह घटना बुधवार दोपहर करीब दो बजे की है और कथित तौर पर कोच पवन तथा कुछ अन्य लोगों ने पांच से छह गोलियां चलाईं। निशा दहिया का शव एकेडमी के प्रवेश द्वार के पास मिला और उनके भाई का शव करीब 100-200 मीटर दूर मिला। उनकी मां हमले में घायल हो गईं और उन्हें रोहतक के पीजीआईएमएस अस्पताल में भर्ती कराया गया है।