कोरोना वैक्सीनेशन की रफ्तार बढ़ाने के लिए तमाम तरह की कवायदें की जा रही हैं। ऐसी ही कवायद मध्य प्रदेश के ग्वालियर में सामने आई है। यहां पर जिला प्रशासन ने तय किया है कि जिन्होंने वैक्सीन नहीं लगवाई है, उन्हें पेट्रोल पंप पर डीजल या पेट्रोल नहीं दिया जाएगा। इसको लेकर ग्वालियर के डीएम ने आदेश जारी कर दिया है।
सेकंड डोज में पिछड़ा है ग्वालियर
इस आदेश के बाद मुख्य चिकित्सा एवं जिला स्वास्थ्य अधिकारी ने पेट्रोल पंपों पर टीम तैनात कर दी है। यह टीम डीजल या पेट्रोल भरवाने आ रहे लोगों से पहले सर्टिफिकेट मांगते हैं। जिन्होंने वैक्सीन नहीं लगवाई है उन्हें नजदीक के अस्पताल वैक्सीन लगवाने भेज दिया जाता है। गौरतलब है कि यहां पर सीएम शिवराज सिंह चौहान ने प्रदेश के सभी जिलों के डीएम को वैक्सीन के सेकंड डोज जल्द लगाने की हिदायत दी है। इसको लेकर ग्वालियर के डीएम कौशलेंद्र विक्रम सिंह पूरी तरह से अलर्ट मोड में हैं। असल में पूरे प्रदेश में ग्वालियर जिला लगातार सेकंड डोज को लेकर पिछड़ रहा है। यही वजह है कि अब जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग कवायद में जुट गया है।
लापरवाही बढ़ा रही है परेशानी
गौरतलब है कि विशेषज्ञों ने अक्टूबर के आखिरी या नवंबर के पहले हफ्ते में कोरोना के तीसरी लहर की आशंका जताई थी। इसके बाद बड़े पैमाने पर लोगों ने कोरोना का टीका लगवाया। इससे पहली डोज तो पूरी हो गई। इस बीच कोरोना की रफ्तार भी थम गई तो लोग भी लापरवाही करने लगे। नतीजा यह हुआ कि दूसरी डोज के लिए लोगों ने उत्साह ही नहीं दिखाया। बता दें कि ग्वालियर में 14 लाख 56 हजार लोगों को पहला लग चुका है। वहीं 7 लाख 22 हजार लोगों ने ही दूसरा डोज लगवाया है।