राजधानी दिल्ली में सर्दी का सितम शुरू हो गया है। शुक्रवार को न्यूनतम तापमान सामान्य से एक डिग्री कम 12.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया और हवा की गति कम होने के चलते प्रदूषण कारक तत्वों की मात्रा अधिक रही। शहर में गुरुवार को भी न्यूनतम तापमान 12.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था, जो इस मौसम का सबसे कम तापमान था।
भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने बताया कि अधिकतम तापमान 26 डिग्री सेल्सियस के आसपास रहने का अनुमान है। सुबह साढ़े आठ बजे हवा में आर्द्रता का स्तर 93 प्रतिशत रहा। सफदरजंग और पालम मौमस निगरानी केन्द्रों में सुबह साढे़ पांच बजे दृश्यता क्रमश: 200 मीटर और 500 मीटर रही।
एक अधिकारी ने कहा, “इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे और सफदरजंग हवाई अड्डे पर कोहरे के कारण दृश्यता 300-500 मीटर रही। आर्द्रता अधिक होने की वजह से शुक्रवार को कोहरा और घना हो गया।”
आईएमडी के अनुसार, शून्य से 50 मीटर के बीच दृश्यता होने पर कोहरा ‘बेहद घना’, 51 से 200 मीटर के बीच ‘घना’, 201 से 500 के मीटर के बीच ‘मध्यम’ और 501 से 1000 के बीच दृश्यता होने पर कोहरे को ‘हल्का’ माना जाता है।
दिल्ली में गुरुवार को अधिकतम तापमान 25.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था, जो इस मौसम का सबसे कम तापमान था।
दिल्ली-एनसीआर पर धुंध की पकड़ और मजबूत
वहीं, दिल्ली-एनसीआर में छाई आंखों में चुभने वाली धुंध की परत शुक्रवार को और घनी हो गई जिससे सूरज की रोशनी नारंगी दिखने लगी और नवंबर की शुरुआत से ही प्रदूषण के खतरनाक स्तर से जूझ रहे क्षेत्र के कई स्थानों पर दृश्यता 200 मीटर तक कम हो गई। दिल्ली में दिवाली के बाद पिछले सात दिनों में से पांच दिन गंभीर वायु गुणवत्ता दर्ज की गई है।
दिल्ली प्रदूषण नियंत्रण समिति (DPCC) के एक विश्लेषण के अनुसार, राजधानी में लोग हर साल 1 नवंबर से 15 नवंबर के बीच सबसे खराब हवा में सांस लेते हैं। दिल्ली में सुबह नौ बजे वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 454 दर्ज किया गया, जबकि गुरुवार को 24 घंटे का औसत एक्यूआई 411 था। फरीदाबाद (452), गाजियाबाद (490), ग्रेटर नोएडा (476), गुरुग्राम (418) और नोएडा (434) में भी सुबह नौ बजे वायु गुणवत्ता ‘गंभीर’ दर्ज की गई।
उल्लेखनीय है कि शून्य से 50 के बीच एक्यूआई “अच्छा”, 51 और 100 “संतोषजनक”, 101 और 200 “मध्यम”, 201 और 300 “खराब”, 301 और 400 “बहुत खराब”, और 401 और 500 “गंभीर” माना जाता है।
केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण समिति के अनुसार, सुबह नौ बजे दिल्ली-एनसीआर में प्रदूषण कारक कण पीएम 2.5 की मात्रा 346 माइक्रोग्राम प्रति घन मीटर थी जो कि 60 माइक्रोग्राम प्रति घन मीटर की सुरक्षित सीमा से लगभग छह गुना अधिक थी।
पीएम 10 का स्तर 544 माइक्रोग्राम प्रति घन मीटर दर्ज की गई। ‘ग्रेडेड रिस्पॉन्स एक्शन प्लान’ (ग्रैप) के अनुसार, 48 घंटे या ज्यादा अवधि के दौरान, पीएम 2.5 का स्तर 300 माइक्रोग्राम से ज्यादा और पीएम 10 का स्तर 500 माइक्रोग्राम से अधिक होने पर वायु गुणवत्ता को आपातकालीन श्रेणी में माना जाता है। भारत मौसम विज्ञान विभाग के अधिकारियों ने बताया कि दिल्ली में सुबह मध्यम स्तर का कोहरा छाया था और ठंड थी।