महाराष्ट्र के पूर्व गृहमंत्री और राष्ट्रवादी कांग्रेस (एनसीपी) नेता अनिल देशमुख की गिरफ्तारी और राज्य में सत्ताधारी पार्टियों के नेताओं के खिलाफ केंद्रीय एजेंसियों की ऐक्शन पर शिवसेना ने तंज कसा है। शिवसेना सांसद संजय राउत ने रविवार को भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पर कटाक्ष करते हुए सवाल किया कि क्या केंद्र सरकार ने जेलों और केंद्रीय जांच एजेंसियों का निजीकरण कर दिया है?
राउत ने यहां पत्रकारों से कहा कि बीजेपी के नेता हर दिन राजनीतिक प्रतिद्वंद्वियों को जेल में डालने की चेतावनी दे रहे हैं। राज्यसभा सदस्य राउत ने पूछा, ”प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सभी सरकारी संपत्तियों का निजीकरण कर रहे हैं। क्या जेलों और केंद्रीय जांच एजेंसियों का निजीकरण कर दिया गया है? क्या जेलें आपकी निजी संपत्ति हैं?”
महाराष्ट्र के पूर्व गृह मंत्री अनिल देशमुख को इस महीने की शुरुआत में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने मनी लॉन्ड्रिंग मामले में गिरफ्तार किया था। महाराष्ट्र के परिवहन मंत्री और शिवसेना विधायक अनिल परब इससे पहले देशमुख और अन्य के खिलाफ दर्ज धन शोधन मामले में ईडी के सामने पेश हुए थे।
आयकर विभाग ने पिछले महीने राज्य के उपमुख्यमंत्री और एनसीपी नेता अजित पवार के परिवार के सदस्यों से जुड़े कुछ कारोबारी परिसरों पर छापा मारा था। ईडी ने हाल में मनी लॉन्ड्रिंग के एक और मामले में शिवसेना सांसद भावना गवली को तलब किया था। एजेंसी ने पीएमएलए कानून के प्रावधानों के तहत दर्ज इस आपराधिक मामले में गवली के सहयोगी सईद खान को गिरफ्तार किया था।