उत्तर प्रदेश के कानपुर शहर में जीका का कहर और बढ़ गया है। रविवार को 10 नए मरीजों में जीका वायरस की पुष्टि हुई। शहर में अब कुल संक्रमितों की संख्या 89 पहुंच गई है। सभी नए संक्रमित पहले मिले मरीजों के मोहल्ले या उनके घर के 400 मीटर दायरे में रहने वाले हैं। स्वास्थ्य विभाग ने स्क्रीनिंग और सैम्पल लेने का अभियान सघन कर दिया है। इससे पहले शनिवार को 13 नए मरीजों में जीका वायरस की पुष्टि हुई थी।
सीएमओ डॉ. नेपाल सिंह के मुताबिक कांटैक्ट ट्रेसिंग टीम पॉजिटिव मरीजों की रिपोर्ट बना रही है। अभी कोई मरीज गम्भीर नहीं है। हालांकि बच्चों को बाल रोग विशेषज्ञों की निगरानी में रखा जा सकता है। इससे पहले 79 पॉजिटिव केस रिपोर्ट किए जा चुके हैं, जिनमें तीन संक्रमित अस्पतालों में आइसोलेट हैं। वहीं, डीएम विशाख जी. अय्यर ने बताया कि स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को निगरानी और वायरस की जांच के लिए घर-घर जाकर नमूने लेना सुनिश्चित करने के आदेश दिए गए हैं।
छह किमी दायरे को जीका ने जकड़ा
जीका वायरस ने कानपुर में चकेरी के अधिकतर इलाकों को जकड़ लिया है। अब यह जीटी रोड पार कर हाईवे से लगे इलाकों में भी फैल चुका है। पहले इसके शिकार परदेवनपुरवा से तीन किलोमीटर के इलाके में मिल रहे थे। पिछले चार दिनों में संक्रमण का दायरा 6 किलोमीटर पार कर गया है। कोयला नगर के बाद हाईवे से लगे भवानी नगर में मरीज मिलने से जीका के कानपुर दक्षिण तक पहुंचने की आशंका जताई जा रही है। इसलिए डब्ल्यूएचओ की टीम ने दक्षिण में भी सैम्पलिंग कराने का सुझाव दिया है।
अलर्ट रहने की सलाह दी
जीका के मामले लगतार बढ़ने पर सीएम योगी आदित्यनाथ ने चिंता जाहिर की है। उनके कार्यालय ने ट्वीट करके कहा है कि कानपुर में जीका वायरस से संक्रमण तेजी से फैल रहा है। ऐसे में विशेष सतर्कता की जरूरत है। डेंगू की टेस्टिंग और तेज की जाए। अस्वस्थ लोगों के उपचार के लिए सभी अस्पतालों में प्रबंध किए गए हैं।
जीका कंट्रोल रूम शुरू
डीएम विशाख जी ने नगर निगम के कमांड एंड कंट्रोल सेंटर को जीका कंट्रोल रूम में तब्दील करने का आदेश दिया है। एसीएम सप्तम दीपक पाल को उसका नोडल अफसर बनाया गया है। डीएम ने शनिवार देर शाम कंट्रोल रूम जाकर समीक्षा की। कहा कि जीका वायरस के मरीज को कंट्रोल रूम से दो बार फोन करके हाल जाना जाएगा।