दिल्ली नगर निगम चुनावों (MCD Elections) से पहले भाजपा की टेंशन बढ़ सकती है। दिल्ली सरकार ने शनिवार को ग्रीन पार्क में एक मल्टीलेवल कार पार्किंग के एक हिस्से के गिरने की जांच के आदेश देते हुए अधिकारियों को 15 दिनों में रिपोर्ट देने का निर्देश दिया है।
दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए आरोप लगाया कि भाजपा के नेतृत्व वाले दक्षिण दिल्ली नगर निगम (एसडीएमसी) में भ्रष्टाचार का आरोप लगाया, जो यह पार्किंग चलाता है।
सिसोदिया ने कहा कि मैंने दिल्ली सरकार में स्थानीय निकायों के निदेशक को पीडब्ल्यूडी (लोक निर्माण विभाग) के इंजीनियर-इन-चीफ से पार्किंग गिरने की घटना की जांच कराने और 15 दिनों में रिपोर्ट सौंपने का आदेश दिया है।
उन्होंने कहा कि जांच के निष्कर्षों के आधार पर उचित कार्रवाई की जाएगी। सिसोदिया ने आरोप लगाया कि दिल्ली के तीनों नगर निगम भ्रष्टाचार में डूबे हुए हैं। उन्होंने कहा कि तीनों नगर निगम – एसडीएमसी, पूर्वी दिल्ली नगर निगम और उत्तरी दिल्ली नगर निगम भाजपा शासित हैं।
उपमुख्यमंत्री ने कहा कि नवंबर 2020 में जिस मल्टीलेवल पार्किंग का उद्घाटन किया गया था, वह सिर्फ एक साल में ढह गई। हालांकि, इस घटना में किसी के हताहत होने की सूचना नहीं है। उपमुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि उत्तर प्रदेश में जीका वायरस के मामलों के बीच दिल्ली सरकार सतर्क है और स्थिति पर नजर बनाए हुए है।
गौरतलब है कि 272 वार्ड वाले दिल्ली नगर निगम चुनाव में अब बस कुछ माह शेष बचे हैं। ऐसे में पार्किंग हादसे जैसी घटनाओं और भाजपा पर लग रहे भ्रष्टाचार के आरोपों से पार्टी की मुश्किलें बढ़ सकती हैं।
बता दें कि 2012 में एमसीडी को तीन भागों – उत्तर, दक्षिण और पूर्वी दिल्ली नगर निगम में बांट दिया गया था। एनडीएमसी और एसडीएमसी में जहां 104-104 सीटें हैं, वहीं ईडीएमसी में 64 पार्षद हैं। एमसीडी तीन भागों में बांटने के कदम के पीछे यह तर्क दिया गया था कि यह प्रशासन को सरल बनाएगा और दिल्लीवासियों को बेहतर नागरिक सेवाएं प्रदान करेगा, लेकिन दुर्भाग्य से ज्यादा कुछ नहीं हुआ।