मध्य प्रदेश के होशंगाबाद में दीपावली की देर शाम ट्रिपल मर्डर हो गया। एक व्यापारी दंपित्त और उनके बेटे को धारदार हथियार से मार दिया गया। हत्या के बाद आरोपियों ने घटना को लूटपाट में बदलने की कोशिश की जिसमें पुलिस भी उलझी और चोरी के दौरान हत्या का मामला दर्ज कर जांच शुरू की गई है।
बताया जाता है कि घटना मध्य प्रदेश के होशंगाबाद स्थित सिवनी मालवा के बानापुरा वार्ड नंबर तीन की दुर्गा कॉलोनी का है। यहां रहने वाले योगेश उर्फ पप्पू नामदेव की पान की दुकान थी। उसकी पत्नी सुनीता भी आटा चक्की व किराना दुकान चलाती थी। योगेश के दो बच्चे हैं जिनमें से बारहग साल का दिव्यांश व आठ साल का दूसरा बेटा भी है। योगेश के माता-पिता अलग रहते हैं और वे आवलीघाट पर नारियल की दुकान लगाते हैं। दीपावली के दिन योगेश व सुनीता ने दुकान नहीं खोली और देर शाम को योगेश-सुनीता और उनके बेटा दिव्यांशा के शव दुर्गा कॉलोनी के उनके घर पर ही फर्श पर मिले थे। इससे क्षेत्र में सनसनी फैल गई। योगेश के सिर पर वारकर मारने का प्रयास किया गया और तीनों के गला रेंत कर हत्या की गई।
चोरी की नीयत से वारदात की आशंका से इनकार
होशंगाबाद एसपी गुरुकरन सिंह ने लाइव हिंदुस्तान से चर्चा में कहा है कि प्रथम दृष्टया यह प्रतीत हुआ था कि चोरी की नीयत से घर में प्रवेश कर हत्या की गई है। इसी के आधार पर एफआईआर दर्ज की गई लेकिन जांच में यह संभावना कम दिखाई दे रही है कि चोरी की नीयत से वारदात को अंजाम दिया गया है। किसी जान पहचान के व्यक्ति द्वारा वारदात की गई और उसे लूटपाट-चोरी में बदलने की कोशिश की गई है। इसके लिए घर के दरवाजे खुले छोड़़े गए और घर के भीतर की अलमारियों को तलाशी लेने के साक्ष्य छोड़े गए जिससे वारदात चोरी के दौरान होना प्रतीत हो।
परिचित द्वारा वारदात को अंजाम देने पर संदेह
पुलिस की प्रारंभिक विवेचना में यह सामने आया है कि किसी परिचित ने ही वारदात को अंजाम दिया है। डॉग स्क्वायड व फिंगर प्रिंट टीम ने घटनास्थल का जायजा लिया। एसपी के मुताबिक हत्याकांड को किसी परिचित ने ही अंजाम दिया है। बताया जाता है कि घर का सामान बिखरा नही है और अलमारी में चाबी लगी मिली है।