मुंबई पुलिस के पूर्व कमिश्नर परमबीर सिंह ने महाराष्ट्र के पूर्व गृह मंत्री अनिल देशमुख के खिलाफ उनके भ्रष्टाचार के आरोपों की जांच कर रहे जांच आयोग को एक हलफनामा भेजा है। जिसमें परमबीर सिंह ने जांच आयोग से कहा कि इस मामले में साझा करने के लिए उनके पास और कोई सबूत नहीं है। परमबीर सिंह के वकील ने हलफनामे की पुष्टि करते हुए कहा है कि वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी ने पिछली सुनवाई में उसे जांच आयोग के सामने प्रस्तुत किया था।
परमबीर सिंह की ओर से तत्कालीन गृह मंत्री अनिल देशमुख के खिलाफ भ्रष्टाचार के आरोपों की जांच के लिए महाराष्ट्र सरकार ने रिटायर जज कैलाश उत्तमचंद चांदीवाल के नेतृत्व में एक सदस्यीय आयोग का गठन किया था। आयोग की ओर से परमबीर सिंह के खिलाफ कई समन और जमानती वारंट जारी किया गया है लेकिन वह अभी तक इस मामले में पेश नहीं हुए हैं। जांच आयोग ने परमबीर सिंह पर जून में 5000 रुपए और दो अन्य मौकों पर 25000 रुपए का जुर्माना भी लगाया था।
क्रॉस एग्जामिनेशन के लिए भी तैयार नहीं परमबीर
अब इस मामले में विशेष लोक अभियोजक शिशिर हिरे ने जांच आयोग की ओर से कहा है कि परमबीर सिंह ने इस मामले में मुख्यमंत्री और गृह मंत्री को शुरू में भेजे गए पत्र के अलावा कोई सबूत देने से इनकार कर दिया है। हिरे ने कहा कि परमबीर इस मामले में क्रॉस एग्जामिनेशन के भी तैयार नहीं है।
मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर लगाए थे गंभीर आरोप
पिछले हफ्ते परमबीर सिंह के खिलाफ मुंबई और ठाणे जिले में वहां के पुलिस थानों में दर्ज रंगादारी के कई मामलों के संबंध में दो गैर जमानती वारंट भी जारी किए गए थे। बता दें कि इस साल मार्च में मुंबई पुलिस कमिश्नर की पद से हटाए जाने और होमगार्ड में ट्रांसफर किए जाने के बाद कुछ दिनों बाद परमबीर सिंह ने मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को एक पत्र लिया था। जिसमें उन्होंने दावा किया था कि तब के गृह मंत्री रहे अनिल देशमुख ने पुलिस अधिकारियों से मुंबई में रेस्टोरेंट और बार मालिकों से पैसे वसूलने के लिए कहते थे।
आरोपों के बाद देखमुख ने दे दिया था इस्तीफा
एक पुलिस कमिश्नर की ओर से इस तरह के गंभीर आरोप लगाए जाने के बाद देशमुख ने गृह मंत्री के पद से इस्तीफा दे दिया था। एनसीपी के नेता देशमुख अपने ऊपर लगे आरोपों को बार-बार नकारते रहे हैं। देशमुख पर लगे आरोपों की सीबीआई और प्रवर्तन निदेशालय जांच कर रहा है। ईडी ने सोमवार को देशमुख को राज्य पुलिस में कथित जबरन वसूली रैकेट से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में गिरफ्तार कर लिया। जिसके बाद मंगलवार को कोर्ट ने देशमुख को 6 नवंबर तक ईडी की हिरासत में भेज दिया है।