दिल्ली में अब तक स्वाइन फ्लू के कुल 88 मामले सामने आ चुके हैं। यह जानकारी एनसीडीसी की वेबसाइट पर दी गई है। राजधानी में 31 जुलाई तक स्वाइन फ्लू के सिर्फ दो मरीज मिले थे। लेकिन अगस्त से 30 सितंबर तक यह संख्या बढ़कर 80 से अधिक हो गई है।
विशेषज्ञों का कहना है कि इस मौसम में स्वाइन फ्लू के मामले बढ़ते हैं। इसे देखते हुए सतर्क रहने की जरूरत है। नेशनल सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल (एनसीडीसी) की रिपोर्ट के मुताबिक, राजधानी में अबतक 88 लोगों में स्वाइन फ्लू की पुष्टि हो चुकी है। इन केस के मामलों में दिल्ली देश में दूसरे स्थान पर है।
सबसे ज्यादा मरीज पश्चिम बंगाल में (96) हैं। दिल्ली स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक, पिछले साल दिल्ली में स्वाइन फ्लू के 412 मामले आए थे, जबकि 2019 में 3627 मरीज वायरस की चपेट में आए थे। स्वास्थ्य विभाग का कहना है स्वाइन फ्लू के मामले आ रहे हैं, लेकिन पिछले साल की तुलना में केस काफी कम हैं।
इसके अलावा वायरस से इस साल किसी की भी मौत नहीं हुई है। विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि स्वाइन फ्लू को लेकर घबराने की जरूरत नहीं है। मरीजों के सैंपल लिए जा रहे हैं और बहुत ही कम लोगों में इसकी पुष्टि हो रही है।
डेंगू जैसे ही लक्षण
एम्स के डॉक्टर अमरींद्र सिंह मल्ही का कहना है कि स्वाइन फ्लू और डेंगू के लक्षण लगभग एक जैसे होते हैं। स्वाइन फ्लू एक संक्रामक रोग है। यह एक से दूसरे व्यक्ति में फैलता है। इसलिए बचाव जरूरी है। कोविड, डेंगू या स्वाइन फ्लू इन सभी के बचने के तरीके एक समान ही हैं। अगर सिर में तेज दर्द, ठंड लगना, गले में खराश, लगातार बुखार बना रहे, कमजोरी महसूस हो, बदन दर्द, लगातार खांसी जैसी परेशानी हो तो यह स्वाइन फ्लू के लक्षण हो सकते हैं।
कैसे फैलता है स्वाइन फ्लू
-खांसते या छींकते समय हवा के साथ निकलने वाली छोटी-छोटी बूंदों से, हाथ मिलाने या गले मिलने से
-किसी संक्रामक सतह के संपर्क में आने से
यूं करें बचाव
-भीड़ वाले इलाकों में जाने से बचें
-दो दिन से अधिक समय तक बुखार नहीं उतर रहा है तो डॉक्टरों से संपर्क करें
मास्क पहनकर रखें
-साफ-सफाई का ध्यान रखें
-तबीयत खराब होने पर खुद को आईसोलेट रखें