अमेठी के गौरीगंज विधानसभा क्षेत्र से समाजवादी पार्टी के विधायक राकेश प्रताप सिंह ने रविवार को सरकार पर वादाखिलाफी का आरोप लगाते हुए अपनी विधानसभा सदस्यता से इस्तीफा दे दिया और हजरतगंज (अटल चौक) में गांधी प्रतिमा के पास अनशन पर बैठ गये। राकेश प्रताप सिंह ने भाषा को बताया, आज मैंने विधानसभा अध्यक्ष के आवास पर पहुंचकर उन्हें अपना इस्तीफा सौंप दिया। उन्होंने सरकार पर झूठ बोलने का आरोप लगाते हुए कहा, ”हमने कुछ मांगें उठाई थी और सरकार ने पूरा करने का सदन में आश्वासन दिया था लेकिन पूरा नहीं किया।
सरकार झूठ बोलती है इसलिए सदन में बैठने का कोई औचित्य नहीं है। अधिकारीगण लोकतांत्रिक व्यवस्था को कमजोर करने में लगे हैं, चुनी हुई सरकारों का निर्देश नहीं मानते हैं। विधानसभा अध्यक्ष हृदय नारायण दीक्षित को सौंपे गये त्यागपत्र में विधायक ने अपने क्षेत्र में दो क्षतिग्रस्त मार्गों के निर्माण के सिलसिले में अपने प्रयासों की याद दिलाते हुए कहा कि 25 फरवरी 2021 को सदन में सरकार ने यह आश्वासन दिया था कि उक्त मार्गों का निर्माण तीन माह से भी कम समय में पूरा हो जाएगा लेकिन अभी तक कार्य प्रारंभ नहीं हो सका है।
उन्होंने पत्र में लिखा, अमेठी के जिलाधिकारी को दो अक्टूबर को मैंने ज्ञापन दिया कि अगर 31 अक्टूबर तक दोनों मार्गों के निर्माण का कार्य शुरू नहीं हुआ तो विधानसभा सदस्यता से इस्तीफा देकर सरदार वल्लभभाई पटेल की जयंती पर समस्या का हल होने तक हजरतगंज में गांधी प्रतिमा के पास अनशन पर बैठूंगा। इसके बाद भी कोई कार्यवाही अमल में नहीं लाई गई।
सपा नेता ने कहा, मैं अपने आप को वर्तमान शासनकाल में जनसमस्याओं के निस्तारण में सक्षम नहीं पा रहा हूं जिससे मेरा वर्तमान विधानसभा में सदस्य के रूप में बने रहने का कोई औचित्य नहीं है। अत: मैं विधानसभा सदस्यता से त्यागपत्र देकर अनशन पर बैठ रहा हूं। कृपया मेरा त्यागपत्र स्वीकार करें। विधायक का त्यागपत्र स्वीकार किये जाने के संदर्भ में पूछे जाने पर विधानसभा अध्यक्ष हृदय नारायण दीक्षित ने कहा, विधानसभा सदस्य राकेश प्रताप सिंह ने आज मुझसे मिलकर अपना त्यागपत्र सौंपा है। जो नियम हैं, संवैधानिक व्यवस्था है, उसे ध्यान में रखते हुए ही कोई निर्णय होगा।