मध्य प्रदेश में एक बार फिर जातीय कुप्रथा का बड़ा मामला सामने आया है जिसमें एक अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) की युवती ने अनुसूचित जाति (एससी) के युवक से शादी की थी तो उसके परिवार वालों ने उसका शुद्धिकरण कराया। होशंगाबाद में नर्मदा नदी किनारे युवती का शुद्धिकरण कराया गया। घटना की युवती ने युवक (पति) के साथ एसपी सिमाला प्रसाद से मिलकर शिकायत की है।
बैतूल जिले के चौपना थाना क्षेत्र में रहने वाली ओबीसी की एक युवती ने बैतूल के एक एससी युवक से करीब डेढ़ साल पहले मार्च महीने में पहले आर्य समाज मंदिर में शादी की थी। मगर युवती के घर वाले इस शादी से असहमत थे और उन्होंने शादी को स्वीकार नहीं किया। युवती ने अपने साथ हुए शुद्धिकरण के व्यवहार को लेकर शुक्रवार को एसपी को शिकायत की है। एसपी सिमाला प्रसाद को की गई शिकायत में युवती ने अपने साथ डेढ़ साल की अवधि में हुई घटना के बारे में विस्तार से बताया है।
नर्सिंग ट्रेनिंग स्थल से जबरिया ले गए ससुराल वाले
युवती ने एसपी को शिकायत में बताया कि वह जब राजगढ़ में नर्सिंग की ट्रेनिंग कर रही थी तभी रक्षाबंधन की छुट्टी के दौरान उसके पिता वहां से लेकर जबरदस्ती इंदौर ले गए। वहां से उसे होशंगाबाद ले जाकर शुद्धिकरण के नाम पर अर्द्धनग्न कर सेठानी घाट पर स्नान कराया गया और झूठी पूड़ी खिलाई गई। बाद में चोटी के बाल काटे गए। इसका उसने विरोध भी किया मगर उसके साथ मारपीट की गई। युवती ने आरोप लगाया है कि इस घटना को लेकर उसने और उसके पति ने पुलिस में शिकायत की थी लेकिन आज तक कोई कार्रवाई नहीं की।
एसपी ने कहा युवती के पिता व अन्य पर कार्रवाई होगी
एसपी सिमाला प्रसाद ने लाइव हिंदुस्तान से कहा है कि एससी युवक से शादी करने वाली युवती के साथ जो हुआ बहुत गंभीर है। इसमें युवती के पिता व अन्य आरोपियों के खिलाफ आईपीसी की धारा में कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा युवती उनके पास पहली बार आई थी। इसके पहले उनकी जानकारी में यह घटना नहीं थी।