मौसम बदल रहा है और बदलता मौसम अपने साथ ढेरों समस्याएं और चुनौतियां भी लेकर आता है। बात जब नन्हें मुन्नों की हो तो कोई भी जोखिम लेने को आप तैयार नहीं होते। प्राचीन भारतीय चिकित्सा पद्धति आयुर्वेद हमेशा से कहता आया है कि उपचार से परहेज भला। यानी सर्दियों में होने वाली बीमारियों के उपचार से बेहतर है कि होने से पहले ही उनसे बचाव ढूंढ लिया जाए। इन्हीं बचाव के उपायों को हमारी नानी, दादी और मम्मी अपने नुस्खों में इस्तेमाल करती आ रहीं हैं।
वे न सिर्फ स्वयं इन होम रेमेडीज को इस्तेमाल करती हैं, बल्कि दूसरों को भी सलाह देती हैं। ताकि सब स्वस्थ रहें। मेरी मम्मी के पास भी ऐसे ढेरों नुस्खे हैं। सर्दियों के लिए तो उनके पास जड़ी-बूटियों और सुपरफूड्स का खजाना है। मुझे हर दिन उनसे मिलने वाली सलाह में एक सलाह है आहार में आंवला शामिल करना। वे हमेशा से सर्दियां शुरू होने के साथ ही हमें आंवला खाने की सलाह देती रहीं हैं। पर क्यों क्या आप भी जानना चाहती हैं? तो पढ़िए हेल्थ शॉट्स में मां के नुस्खे कॉलम में प्रकाशित विशेष लेख।
यह लेख न सिर्फ आंवले के फायदे बताता है, बल्कि उसे आहार में शामिल करने के टेस्टी तरीके भी बताता है। जिन्हें जानकर आपके मुंह भी यकीनन पानी आने लगेगा। अगर आपके घर में भी छोटे बच्चे हैं तो यह लेख आपको जरूर पढ़ना चाहिए।