राजधानी के बड़े ठेकेदार और अमहरा कंस्ट्रक्शन के मालिक राकेश सिंह के बिहार, झारखंड, पश्चिम बंगाल और महाराष्ट्र स्थित 22 ठिकानों पर आयकर की टीम ने गुरुवार को छापा मारा। इनमें राकेश सिंह के बिहटा के अमहारा स्थित पैतृक आवास समेत पटना के चार स्थान और देवघर, कोलकाता, मुंबई और पुणे के ठिकाने शामिल हैं। बताया गया कि राजेंद्र नगर स्थित आवास की तलाशी में चार करोड़ की नगदी बरामद की गई है।
वहीं, 130 करोड़ के बेनामी लेन-देन के सबूत भी मिले हैं। पटना स्थित आयकर अन्वेषण कार्यालय से चारों राज्यों में हुई छापेमारी का संचालन किया गया। आयकर अधिकारियों ने बड़ी मात्रा में अवैध लेन-देन के संदिग्ध दस्तावेज भी जब्त किए हैं। छापेमारी में शामिल अधिकारियों को आशंका है कि इन्हें खंगालने से कर वंचना से लेकर गड़बड़ी की राशि में कई गुने का इजाफा हो सकता है। साथ ही, बड़े पैमाने पर जीएसटी छुपाने का भी खुलासा हो सकता है।
राकेश सिंह के पटना स्थित बाजार समिति, एग्जीबिशन रोड और राजेंद्र नगर स्थित कार्यालयों पर आयकर की कार्रवाई देर रात तक जारी रही। यहां से कई फाइलें और बैंक खाते भी जब्त किए गए हैं। आयकर अधिकारी इन्हें दूसरे विभाग के अधिकारियों के साथ भी साझा करेंगे। कर्मचारियों से पूछताछ में भी कई राज मिले हैं। इसके आधार पर आयकर की टीम अगली कार्रवाई की तैयारी कर रही है।
अलसुबह पैतृक गांव अमहारा में बोला धावा
आयकर अन्वेषण की टीम ने बुधवार की अलसुबह राकेश सिंह के बिहटा के अमहारा स्थित पैतृक आवास पर धावा बोला। सुबह सात बजे वहां मौजूद लोगों से ठेकेदार राकेश कुमार सिंह की चल तथा अचल संपत्ति का ब्योरा लिया गया। राकेश सिंह की गैरमौजूदगी में उनकी मां एवं घर के स्टाफ से पूछताछ की।
इसके बाद दोपहर तक पटना और छापेमारी वाले बाकी शहरों के ठिकानों पर आयकर अधिकारियों ने पहुंचकर पूरे परिसर को अपने कब्जे में ले लिया और कर्मचारियों से पूछताछ तथा वहां मौजूद कागजातों को खंगालने की प्रक्रिया शुरू की। देर रात तक कार्रवाई चलती रही। जब्त दस्तावेजों को जांचने के बाद आयकर अधिकारी एक-दो दिनों में कर चोरी और आर्थिक हेराफेरी पर मुकम्मल रिपोर्ट तैयार करेंगे।
फ्लैट और जमीन खरीद में खपाया गया धन
राकेश सिंह के राजेंद्र नगर स्थित आवास पर छापेमारी में आयकर अधिकारियों को फ्लैट और जमीन खरीद की आड़ में काले धन के खपाने के सबूत मिले हैं। घंटों की तलाशी के बाद यहां से 50 स्थानों पर जमीन और फ्लैट खरीद के कागजात जब्त किए हैं। करोड़ों की ये जमीनें पटना, बिहटा, अमहारा, नेउरा, पुणे, नोएडा, गाजियाबाद, कोलकाता, देवघर और मुंबई समेत दूसरे स्थानों पर खरीदी गई हैं।
शहरों के पॉश इलाकों में स्थित ये जमीनें बड़े भूखंडों में हैं। कई जगह फ्लैट खरीदकर भी जीएसटी वंचना की गई है। पोस्ट ऑफिस और बैंक में जमा करोड़ों रुपए के स्रोत भी रडार पर हैं। बैंक के पांच लॉकरों को भी सीज किया गया है। गुरुवार को उन्हें खोलकर जांच की कार्रवाई हो सकती है।
दूसरी कंपनी से भी जुड़े अवैध धंधे के तार
आयकर अधिकारियों की जांच में राकेश सिंह की एक और कंपनी पटना पेट्रो केमिकल प्राइवेट लिमिटेड का भी पता चला। इनसे भी राकेश सिंह के अवैध धंधों का पता चला है। दस्तावेजों से पता चला है कि राकेश सिंह वास्तविक आय को कम दिखाकर कम आय पर आयकर रिटर्न देते थे।
सीमेंट कारोबारी देता था बोगस बिल
आयकर की तलाशी में राकेश सिंह के फर्जी कारनामों से जुड़े कई और कारोबारियों का भी पता चला है। ये कारोबारी राकेश सिंह को बोगस बिल मुहैया कराते थे। इनमें से आनंद वर्धन नामक एक सीमेंट कारोबारी के ठिकानों पर भी आयकर अन्वेषण की टीम ने दबिश दी।