उत्तराखंड में 17 और 18 अक्तूबर को आई आपदा में तबाह हुए घरों की संख्या बढ़ती ही जा रही है। बुधवार को आपदा प्रबंधन विभाग की ओर से जारी रिपोर्ट के अनुसार आपदा में पूरी तरह नष्ट हुए घरों की संख्या बढ़कर 232 तक पहुंच गई है। विदित है कि राज्य में 17 और 18 अक्तूबर को भीषण आपदा आ गई थी। खासकर राज्य के कुमाऊं क्षेत्र में इससे खासा नुकसान हो गया था।
आपदा प्रबंधन विभाग के आंकड़ों के अनुसार इस आपदा में मरने वालों की संख्या 77 रही। 24 लोग आपदा में घायल हुए जबकि पांच लोग अभी भी लापता चल रहे हैं। आपदा प्रबंधन विभाग के अधिकारियों ने बताया कि आपदा की वजह से क्षतिग्रस्त हुए भवनों की संख्या में इजाफा हुआ है। मंगलवार की रिपोर्ट में आपदा में तबाह घरों की संख्या 224 थी जो अब बढ़कर 232 तक पहुंच गई है।
आपदा प्रबंधन विभाग के सचिव एसए मुरुगेशन ने बताया कि आपदा में क्षतिग्रस्त हुए घरों के बदले लोगों को मुआवजा देने की प्रक्रिया जल्द शुरू की जा रही है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी आपदा के बाद से ही लगातार आपदा प्रभावित क्षेत्रों का दौरा कर रहे हैं। मुख्यमंत्री ने भी मृतकों के परिजनों को जल्द से जल्द मुआवजा देने के निर्देश दिए हैं।
हालांकि, राहत की बात है कि मौसम विभाग ने प्रदेश के गढ़वाल व कुमाऊं जिलों में अगले चार-पांच दिन मौसम साफ रहने का पूर्वानुमान जारी किया है। ऐसे में भारी बरसात के बाद आई आपदा में राहत कार्यों में तेजी आएगी। आपदा की मार झेल रहे ग्रामीणों का जल्दी पुनर्वास होने के साथ ही टूटे पुलों सहित सड़कों के नवनिर्माण कार्यों में भी तेजी आएगी।