मुजफ्फरपुर में पति के साथ जिन्दा जली महिला सिपाही रागिनी कुमारी की मौत हो गयी है। मृतका का पति मुन्ना गंभीर हालत में जिन्दगी से जंग लड़ रहा है। उसकी स्थिति नाजुक बनी हुई है। पटना के एक निजी अस्पताल में दोनो का इलाज चल रहा था। पति मुन्ना अभी भी भर्ती है। फिलहाल, पुलिस ने मामले में केस दर्ज नहीं किया है। हालांकि, पुलिस ने स्टेशन डायरी में सनहा दर्ज किया हुआ है। अब परिजनों के बयान पर मामले में केस दर्ज किया जाएगा। पुलिस पति मुन्ना का बयान दर्ज करने की कोशिश कर रही है लेकिन वह बात करने की स्थिति में नही है।
कचहरी परिसर में रानिनी की थी तैनाती
मुजफ्फरपुर कचहरी में प्रतिनियुक्त महिला सिपाही रागिनी और उसके पति मुन्ना 13 अक्टूबर की सुबह आग से बुरी तरह से जल गये थे। पुलिस ने दोनों को बैरिया स्थित एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया था। वहां से डॉक्टर ने उनको पटना रेफर कर दिया था। रागिनी 90 फिसदी और मुन्ना भी 50 प्रतिशत से अधिक जल चुके थे। घटना की जानकारी मिलने पर रागिनी के पिता और भाई अपने रिश्तेदार के साथ न्यू पुलिस लाइन स्थित सरकारी क्वार्टर पर आये थे। परिजन इस मामले में कुछ भी नही बता पाए थे। इस दर्दनाक हादसे के 13 दिन बाद भी अहियापुर पुलिस ठोस नतीजे पर नहीं पहुंच पाई है। जबकि मामला पुलिस से जुड़ा हुआ है।
नालंदा की रहने वाली थी रागिनी, 2017 में बनी थी सिपाही
रागिनी नालंदा के गोमहर की रहने वाली थी। वर्ष 2017 में वह सिपाही बनी थी। भाई संजीत कुमार का पुलिस ने बयान दर्ज किया था। इसमें आग कैसे और क्यों लगी, इसकी जानकारी उसने नहीं होने की बात कही है। नगर डीएसपी रामनरेश पासवान ने रागिनी के मौत की पुष्टि की है। उन्होंने कहा कि जांच जारी है। पति मुन्ना वर्तमान में बयान देने की स्थिति में नहीं है। पुलिस टीम रागिनी व मुन्ना के बीच घरेलू विवाद के बिंदु पर भी छानबीन में जुटी है।