भारत में कोरोना के खिलाफ जंग में इस्तेमाल होने वाली कोवैक्सीन को लेकर एक बड़ी खबर जल्द आ सकती है। विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) की तकनीकी कमेटी कोवैक्सीन के आपातकालीन इस्तेमाल को 24 घंटे के अंदर मंजूरी दे सकती है। विश्व स्वास्थ्य संगठन के प्रवकता मार्गेट हैरिस ने पत्रकारों से कहा कि तकनीकी सलाहकार ग्रुप अभी कोरोना वायरस के खिलाफ बनाई गई कोवैक्सीन से जुड़ी अहम डेटा की समीक्षा कर रहा है।
न्यूज एजेंसी रॉयटर्स ने बताया कि जेनेवा में आयोजित एक प्रेस ब्रीफिंग में हैरिस ने कहा, ‘अगर सबकुछ अपनी जगह पर रहा और सभी कुछ ठीक रहा तथा कमेटी अगर संतुष्ट हो गई तब हम अगले 24 घंटों में इस वैक्सीन की आपात इस्तेमाल को मंजूरी दे सकते हैं। बता दें कि लाखों भारतीयों ने कोवैक्सीन ली है लेकिन वो यात्रा नहीं कर पा रहे हैं क्योंकि डब्ल्यूएचओ की तरफ से अभी तक अप्रूवल नहीं मिला है।
कोवैक्सीन को हैदराबाद आधारित एक कंपनी भारत बायोटेक ने विकसित किया है। अप्रैल 2019 में कंपनी ने इस वैक्सीन के आपातकालीन इस्तेमाल को मंजूरी दिये जाने को लेकर कोशिशें की थीं। लेकिन उस वक्त विश्व स्वास्थ्य संगठन ने कहा था कि इस वैक्सीन के आपातकालीन इस्तेमाल को हरी झंडी देने के लिए अभी और भी ज्यादा डेटा की जरुरत है।
बता दें कि विश्व स्वास्थ्य संगठन की मंजूरी के बिना कोवैक्सीन को ग्लोबली तौर पर वैलिड वैक्सीन नहीं माना जाएगा। पिछले शुक्रवार को WHO के एक शीर्ष अधिकारी ने कहा था कि एक वैक्सीन के जांच-पड़ताल में लंबा समय लग सकता है लेकिन यह सुनिश्चित किया जाना जरुरी है कि दुनिया को इस संबंध में सही सलाह दी जाए।
WHO Health Emergencies Programme के एग्जीक्यूटिव डायरेटक्टर, डॉक्टर माइक रेयान ने कहा कि हम चाहते हैं कि ईयूएल यानी इमरजेंसी यूज लिस्टिंग में डब्ल्यूएचओ से मान्यता मिलने के बाद ही सभी देशों को इसके लिए वैक्सीन दी जाए। पर यह जरुरी है कि जब विश्व स्वास्थ्य संगठन इसे मंजूरी दे तब यह पूरे विश्व के लिए हो।