शिवसेना सांसद संजय राउत ने ड्रग-ऑन-क्रूज मामले पर कहा है कि कुछ लोग देशभक्ति के नाम पर जबरन वसूली कर रहे हैं। उन्होंने कहा, ”सैम डिसूजा मुंबई और देश के सबसे बड़ा मनी लॉन्ड्रिंग खिलाड़ी है। यह एक बड़ा खेल है जो अभी शुरू हुआ है। जो तथ्य सामने आए हैं, वे चौकाने वाले हैं। देशभक्ति के बहाने जबरन वसूली कर रहे कुछ लोग, फर्जी केस दर्ज करा रहे हैं।”
इससे पहले केंद्रीय मंत्री रामदास अठावले ने रविवार को स्वापक नियंत्रण ब्यूरो (एनसीबी) के क्षेत्रीय निदेशक समीर वानखेड़े पर लगाए गए महाराष्ट्र के मंत्री नवाब मलिक के आरोपों को ‘आधारहीन’ और ‘शरारतपूर्ण’ करार दिया। उन्होंने कहा कि एक ऐसे दलित अधिकारी को निशाना बनाना सही नहीं है जो अच्छा काम कर रहा है।
अठावले ने यह कहते हुए वानखेड़े का बचाव किया कि उन्होंने कुछ भी गलत नहीं किया है। मंत्री ने कहा कि राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) को यह स्पष्ट करना चाहिए कि वानखेड़े पर लगाए गए मलिक के आरोप व्यक्तिगत हैं या ये पार्टी या राज्य की महाविकास अघाड़ी सरकार का रुख है।
उन्होंने संवाददाता सम्मेलन में कहा, ”वानखेड़े एक दलित अधिकारी हैं जो समाज को मादक पदार्थ की बुराई से निजात दिलाने का नेक कार्य कर रहे हैं, उन्हें निशाना बनाना सही नहीं है।”
राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के नेता नवाब मलिक पिछले कुछ दिनों से लगातार एनसीबी और वानखेड़े को निशाना बना रहे हैं। मलिक ने हाल में वानखेड़े पर कई तरह के आरोप लगाए हैं। वानखेड़े तीन अक्टूबर को मुंबई तट के पास क्रूज जहाज पर की गई छापेमारी के बाद कथित तौर पर बरामद किये गये मादक पदार्थ मामले की जांच का नेतृत्व कर रहे हैं, जिसमें बॉलीवुड अभिनेता शाहरुख खान के बेटे आर्यन खान को भी गिरफ्तार किया गया है।
मलिक ने यह भी दावा किया कि क्रूज पर प्रतिबंधित मादक पदार्थ की कथित बरामदगी का मामला ‘फर्जी’ है और गिरफ्तारियां महज व्हाट्सअप चैट के आधार पर की गयीं। कुछ दिन पहले मलिक ने वानखेड़े को ‘बकवास’ बताया था और कहा था कि उनके विरूद्ध सबूत सामने आने के बाद वह एकदिन भी सरकारी सेवा में नहीं रह सकते हैं। उन्होंने यह भी कहा था कि एक साल के अंदर वह अपनी नौकरी गंवा बैठेंगे। हालांकि वानखेड़े ने आरोपों का खंडन किया था।