दिल्ली पुलिस ने गोगी गैंग के चार कथित सदस्यों की गिरफ्तारी के साथ राजधानी में एक संभावित ‘गैंगवार’ को टालने का दावा किया है। पुलिस ने बताया कि उनके पास से तीन पिस्तौल और 18 कारतूस बरामद किए गए हैं।
गोगी गैंग के सरगना जितेंद्र मान गोगी की 24 सितंबर को रोहिणी कोर्ट रूम में दो हमलावरों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी। पुलिस की जवाबी गोलीबारी में दोनों हमलावार भी मारे गए थे।
पुलिस ने बताया कि गिरफ्तार लोगों की पहचान हरियाणा के रोहतक जिले के सुमित (25), बरवाला निवासी कुणाल (25), बापरोला निवासी करण हंस (22) और हरियाणा के सोनीपत के रहने वाले सूरज कुमार (25) के रूप में हुई है।
पुलिस ने बताया कि शनिवार को सूचना मिली थी कि हत्याकांड में वांछित दो लोग रोहिणी सेक्टर- 37 स्थित डीटीसी डिपो के पास डकैती करने आएंगे। इसके बाद एक जाल बिछाया गया और सुमित को गिरफ्तार कर लिया गया।
पुलिस उपायुक्त (रोहिणी) प्रणव तायल ने बताया कि उससे मिली जानकारी के आधार पर उसके तीन साथियों को रोहिणी सेक्टर-34 से पकड़ा गया। डीसीपी ने बताया कि पूछताछ के दौरान सुमित ने कहा कि वह और उसके साथी टिल्लू गैंग के एक सदस्य दीपक उर्फ राधे की हत्या में शामिल थे और भविष्य में इस तरह की और घटनाओं को अंजाम देने की योजना बना रहे थे।
पकड़े गए इन चारों गैंगस्टरों में से एक थाना केएन काटजू मार्ग इलाके में हुई हत्या के एक मामले में पैरोल जम्पर और वॉन्टेड अपराधी है। इससे पहले वह 7 मामलों में शामिल था, 2 अन्य मामले पुलिस ने सुलझा लिए हैं। पुलिस ने कहा कि गोगी और टिल्लू ताजपुरिया गैंग के बीच वर्षों से जंग छिड़ी हुई है और उनकी प्रतिद्वंद्विता ने अब तक दर्जनों लोगों की जान ले ली है।