गौतमबुद्ध नगर में डेंगू मरीजों की संख्या काफी तेजी से बढ़ती जा रही है। स्वास्थ्य विभाग ने शनिवार को जिले में डेंगू के 19 नए मरीजों की पुष्टि की। अब मरीजों की सख्या 306 हो गई है। अक्टूबर महीने में मरीजों की संख्या तेजी से बढ़ी है। जिले में अभी 39 मरीजों का इलाज अलग-अलग अस्पतालों में चल रहा है। मरीजों के घरों और आसपास में मलेरिया विभाग ने एंटी लार्वा दवाओं का छिड़काव कराया गया है।
स्वास्थ्य विभाग के अनुसार, डेंगू से एक मरीज की मौत हुई है। अक्टूबर में अब तक 241 डेंगू के मरीज मिले हैं। सितंबर में 65 मरीजों की पुष्टि हुई थी। मलेरिया विभाग और प्राधिकरण नियमित रूप से दवाओं का छिड़काव और फॉगिंग का दावा कर रहा है, लेकिन मरीजों की संख्या में कमी नहीं आई है।
जिला मलेरिया अधिकारी राजेश शर्मा ने बताया कि जिले के अलग-अलग स्थानों पर औचक निरीक्षण कर घरों की जांच की जा रही है। जहां भी लार्वा पनपने का स्थान मिल रहा है, वहां दवाओं का छिड़काव कराया जा रहा है। आने वाले दिनों में भी यह नियमित रूप से चलेगा। डेंगू के सभी मरीजों की जानकारी अस्पतालों से प्रतिदिन ली जा रही है। उनके पते के अनुसार, टीम भेजकर जानकारी भी जुटाई जा रही है। मरीजों की संख्या इस बार अधिक है। लिहाजा लोगों से भी सभी एहतियात बरतने की अपील की गई है। डेंगू के संदिग्ध मरीजों की संख्या भी लगातार बढ़ रही है।
सितंबर महीने तक सरकारी और निजी अस्पतालों में करीब 200 संदिग्ध मरीज भर्ती थे। अब इनकी संख्या 500 से भी अधिक हो गई है। इनमें से ज्यादातर रैपिड किट से जांच के बाद पॉजिटिव पाए गए हैं जिनकी पुष्टि के लिए एलाइजा किट से जांच होगी।
अक्टूबर में एक हजार से अधिक घरों की जांच : मलेरिया विभाग डेंगू के लार्वा को खत्म करने के लिए अक्टूबर में एक हजार से अधिक घरों का निरीक्षण किया। कई घरों में डेंगू के लार्वा मिले। इन स्थानों पर लोगों को छतों पर रखे गए गमले आदि में पानी जमा नहीं होने देने की अपील की है।
गाजियाबाद में डेंगू के 34 मरीज मिले, आंकड़ा 781 पर पहुंचा : जनपद में शनिवार को डेंगू के 34 नए मामले सामने आए। इनमें 20 मरीजों को गंभीर हालत में अस्पतालों में भर्ती करना पड़ा। नए 34 मामलों से साथ जनपद में डेंगू के मरीजों का आंकड़ा 781 तक पहुंच गया है। वहीं विभिन्न अस्पतालों में गंभीर रूप से इलाज करा रहे मरीजों का आंकड़ा भी 118 पर पहुंच गया है। इन मरीजों 52 सरकारी अस्पतालों में भर्ती हैं व 66 मरीजों का इलाज निजी अस्पतालों में चल रहा है।
डेंगू के मरीजों की आंकड़ा रोजाना बढ़ता जा रहा है। शुक्रवार को 33 नए मरीज सामने आए थे, वहीं शनिवार को 34 मरीजों में डेंगू की पुष्टी हुई। इन मरीजों में अस्पताल में भर्ती होने का आंकड़ा भी रोजाना बढ़ रहा है। डेंगू के कई मरीजों में बुखार तेज नहीं है, जबकि कई मरीजों को पेट फूलने की शिकायत भी आ रही है। संयुक्त जिला अस्पताल के वरिष्ठ काय रोग विशेषज्ञ डॉ. आरसी गुप्ता का कहना है कि कोरोना का कारण लोगों ने रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के लिए अच्छी खुराक ली है। इसकी कारण डेंगू बहुत ज्यादा घातक सिद्ध नहीं हो रहा है।
ओपीडी में भी बुखार के मामले ज्यादा आ रहे
डेंगू के मरीजों के साथ ही अस्पतालों में बुखार के मरीज भी लगातार आ रहे हैं। जिला अस्पताल में शनिवार की ओपीडी में करीब 2000 मरीज इलाज के लिए आए। इसमें 600 से अधिक मरीज बुखार के थे। डॉक्टरों ने सभी की जांच कर दवाई लिखीं। साथ ही, मच्छरों से बचाव की सलाह दी। जिला अस्पताल में प्रतिदिन करीब 200 मरीजों की रैपिड किट से डेंगू जांच की जा रही है। तीन संदिग्ध मरीजों की भी मौत हुई है।
ये एहतियात बरतें
बुखार होने पर केमिस्ट से पूछकर या खुद दवा लेकर सेवन न करें। डॉक्टर से परामर्श के बाद ही दवा लें। एंटीबायोटिक और पेनकीलर दवाओं का सेवन न करें। मच्छरों से बचाव के लिए घरों और आसपास दवाओं का छिड़काव कराएं। शरीर के ज्यादा से ज्यादा हिस्से को ढंकने वाले कपड़े पहनें। सोने के दौरान मच्छरदानी का उपयोग करें।