यूपी के लखीमपुर खीरी में लगातार दूसरे दिन भी धान में आग लगाने का मामला सामने आया है। खीरी जिले के मैगलगंज में 10 दिनों से परेशान किसान दर्शन सिंह ढिल्लो ने शनिवार को मंडी में बड़ा कदम उठा लिया। दस दिनों से मंडी में धान बेचने को लेकर परेशान किसान का सब्र टूटा तो उसने पेट्रोल डालकर मंडी में ही धान की फसल पर आग लगा दी। मंडी में मौजूद किसानों ने केन्द्र प्रभारी पर गंभीर आरोप लगाए। किसानों का आरोप था कि केन्द्र प्रभारी मानक विहीन धान बता रहे हैं, जिसके चलते उनका धान 10 दिनों से मंडी में पड़ा है। आपको बता दें कि लखीमपुर में धान में आग लगाने की यह घटना दूसरी है। एक दिन पहले भी यहां किसान ने धान में लगा लगाई थी।
शुक्रवार को मोहम्मदी तहसील के गांव बरखेड़ा कला के रहने वाले प्रमोद सिंह एक हफ्ता पहले पंजीकरण कराने के बाद अपना 100 क्विंटल धान लेकर पांच दिन पहले मोहम्मदी की मंडी आए थे। प्रमोद सिंह का कहना है कि उस समय केंद्र प्रभारी ने बारदाना ना होने का हवाला देकर एक-दो दिन इंतजार करने को कहा था। इस बीच अचानक बारिश हो गई। प्रमोद सिंह ने अपना धान पॉलीथिन के नीचे बचाने की कोशिश की, फिर भी नीचे का धान भीग ही गया। गुरुवार को धूप निकली तो प्रमोद सिंह ने उस धान की दोबारा सुखाया और सफाई कराई। प्रमोद का कहना है कि उन्हें आश्वासन दिया गया था कि शुक्रवार को धान जरूर खरीद लिया जाएगा, लेकिन जब दोपहर तक अधिकारियों ने उनके धान की खरीदी नहीं की तो प्रमोद सिंह ने धान के ढेर पर पेट्रोल छिड़ककर आग लगा दी। यह देखकर हड़कंप मच गया। किसी तरह आग बुझाई गई।
धान में आग लगाने की सूचना पर पहुंचे थे अफसर
मंडी में पड़े धान में आग लगाने की सूचना पर एसडीएम पंकज श्रीवास्तव, तहसीलदार सुशील प्रताप सिंह और कोतवाली निरीक्षक राकेश गुप्ता दल बल के साथ पहुंच कर पीड़ित किसानों का दर्द सुना था। एसडीएम ने नाराजगी जताते हुए कठोर कार्रवाई कर घटना को आला अधिकारियों को कार्रवाई की संस्तुति करने की बात कही थी। एसडीएम पंकज श्रीवास्तव ने बताया कि सभी लगे 10 केंद्रों पर तौल शुरू कराई गई है और दोषी कर्मचारी की फीडबैक तैयार कर कार्रवाई करने की बात कही थी।