कोरोना के घटते मामलों और देश में सौ करोड़ टीकाकरण की उपलब्धि के साथ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इसी माह के आखिर सप्ताह में इटली और ब्रिटेन दौरे पर नजर आएंगे। मोदी को जी-20 शिखर बैठक और जलवायु परिवर्तन पर ब्रिटेन के ग्लासगो में जलवायु परिवर्तन पर होने वाली उच्चस्तरीय बैठक में शरीक होना है। बताया जा रहा है कि बैठक से पहले वे वेटिकन में कैथोलिक चर्च के प्रमुख पोप फ्रांसिस से मिलेंगे।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 30-31 अक्टूबर को होने वाली जी-20 शिखर बैठक के लिए 29 अक्टूबर को इटली के रोम पहुंचेंगे। वहीं 31 अक्टूबर की शाम को पीएम के ब्रिटेन के ग्लासगो शहर पहुंचने का कार्यक्रम है, जहां COP26 बैठक का आयोजन किया जा रहा है। इस बैठक से पहले वे वेटिकन में कैथोलिक चर्च के प्रमुख पोप फ्रांसिस से मिलेंगे।
ब्रिटेन के पीएम बोरिस जॉनसन के साथ जलवायु परिवर्तन शिखर सम्मेलन के मौके पर पीएम मोदी के भी महत्वपूर्ण कार्यक्रमों में शामिल होने की उम्मीद है।
तालिबान और चीन के तेवरों पर बात
जी-20 बैठक में तालिबान शासित अफगानिस्तान का स्थिरीकरण, हिंद-प्रशांत में ताइवान के खिलाफ आक्रामक चीनी कदम एजेंडे में सबसे ऊपर है। अफगानिस्तान में इस वक्त आम लोगों की स्थिति बेहद जटिल है, लोग भुखमरी और आतंकी घटनाओं से जूझ रहे हैं।
उधर, इस्लामिक स्टेट ऑफ खुरासान प्रोविंस (ISKP) का तेजी से बढ़ना और अफगानिस्तान में शिया मस्जिदों पर हमला गंभीर चिंता का विषय है। अफगानिस्तान में ताजिक, उज्बेक्स और हजारा समुदायों के अलावा मध्यकालीन सुन्नी पश्तून ताकतों के हाथों महिलाओं का इलाज चिंता का विषय है।
ताइवान, जापान और दक्षिण चीन सागर के खिलाफ जी-20 के सदस्य चीन के आक्रामक कदमों को रोम शिखर सम्मेलन में भी शामिल किया जाएगा। जबकि अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने चीन के खिलाफ ताइवान की रक्षा के लिए अमेरिकी प्रतिबद्धता को खुले तौर पर स्वीकार किया है। जापानी के प्रधानमंत्री फुमियो किशिदा ने भी अमेरिका के साथ ताइवान की सुरक्षा को लेकर प्रतिबद्धता जताई है।
भारत के लिहाज से रोम में होने वाली जी-20 बैठक बेहद महत्वपूर्ण है। इस शिखर सम्मेलन के साथ भारत इस ताकतवर समूह की नई ट्रॉयका में शामिल हो जाएगा। ट्रॉयका यानि जी-20 शिखर बैठक के पिछले मौजूदा और भावी आयोजक। दरअसल, इटली के बाद जी-20 शिखर बैठक का आयोजन इंडोनेशिया को करना है और उसके बाद भारत 2023 में इस समूह की शिखर बैठक की मेजबानी करेगा।
रोम में होने वाली अहम आर्थिक चिंतन बैठक यानि जी-20 के मंच पर प्रधानमंत्री मोदी और ओरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन फिर साथ नजर आएंगे। इतना ही नहीं वाशिंगटन में गत माह हुई क्वाड नेताओं की पहली शिखर बैठक के एक महीने बाद भारत, अमेरिका और ऑस्ट्रेलिया के नेता साथ दिखाई देंगे। जापान के नए प्रधानमंत्री फुमियो किशिदा 31 अक्टूबर को हो रहे चुनावों के कारण शरीक नहीं होंगे।