यह तो हम सभी जानते हैं हरी-भरी जगहों पर टहलने और घूमने के कई स्वास्थ्य लाभ हैं। मगर अब एक नए अध्ययन में सामने आया है कि जो लोग प्रकृति के नजदीक रहते हैं उनमें मानसिक तनाव का स्तर बेहद कम हो जाता है। ब्रिटेन के शोधकर्ताओं ने अपने निष्कर्षों में कहा है कि आठ से 12 हफ्ते प्रकृति के थोड़े समय के लिए भी संपर्क एंजाइटी के स्तर को कम करके मूड बेहतर बनाने में मददगार है।
यह अध्ययन इंग्लैंड के यॉर्क विश्वविद्यालय के शोधकर्ताओं द्वारा किया गया है। उन्होंने कहा है कि अगर मन को प्रसन्न रखना है तो प्रकृति के बीच समय बिताएं। हरी-भरी प्राकृतिक जगहों पर समय बिताने के दौरान आप बागवानी और व्यायाम करते हैं तो इससे तनाव और बेचैनी दूर होती है। इसके साथ ही इंसान मानसिक समस्याओं से दूर रहता है।
प्रकृति के मानसिक सेहत पर प्रभाव की जांच: दरअसल, शोधकर्ताओं ने यह अध्ययन प्रकृति के बीच समय बिताने और बागवानी या व्यायाम जैसी गतिविधियों का इंसान की मानसिक सेहत पर क्या प्रभाव पड़ता है। अध्ययन के परिणामों में सामने आया कि महज आठ से 12 हफ्ते तक प्रकृति का संपर्क आपके दिमाग के लिए बेहतर हो सकता है। अगर इस अवधि के बीच इंसान 20 से 90 मिनट प्रतिदिन तक प्राकृतिक नजारों के बीच बिताता है तो मानसिक तौर पर वो बेहतर महसूस करता है।