महाराष्ट्र की सत्तारूढ़ पार्टी शिवसेना के नेता संजय राउत ने भाजपा शासित पिंपरी-चिंचवाड़ नगर निगम में 500 करोड़ रुपए के घोटाले का आरोप लगाया है। शिवेसना सांसद राउत ने भाजपा नेता किरीट सोमैया को पत्र लिखकर उनसे प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) पर अपने ‘प्रभाव’ का इस्तेमाल करते हुए मामले की जांच सुनिश्चित करने का आग्रह किया है। संजय राउत ने किरीट सोमैया पर तंज कसते हुए उन्हें ‘स्कैम के खिलाफ लड़ने वाला योद्धा’ यानी स्कैम क्रुसेडर बताया और कहा कि मैंने उन्हें सबूत और स्मार्ट सिटी परियोजना में कथित घोटाले से संबंधित दस्तावेज दिए हैं।
दरअसल, भाजपा नेता किरीट सोमैया कथित वित्तीय गड़बड़ी, भूमि घोटाले, अनाधिकृत निर्माणों को उजागर करने के लिए चर्चा में रहे हैं। उन्होंने मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे, उपमुख्यमंत्री अजीत पवार, मंत्री हसन मुश्रीफ, अनिल परब और संजय राउत सहित महाराष्ट्र के सत्तारूढ़ गठबंधन के नेताओं पर कई मामलों को लेकर पूर्व में निशाना साधा है।
संजय राउत ने यह पत्र उस घटना के बाद लिखा है, जिसमें उन्होंने कुछ दिनों पहले मंत्रियों से जवाबी हमला शुरू करने और उन आरोपों का जवाब देने के लिए कहा था कि राजनीतिक विरोधी उनके खिलाफ आरोप लगा रहे हैं। राउत ने ट्वीट किया, ‘स्कैम क्रूसेडर’ किरीट सोमैया को निम्नलिखित पत्र भेजा। यह भाजपा द्वारा शासित पिंपरी चिंचवाड़ निगम द्वारा संचालित स्मार्ट सिटी परियोजना में 500 करोड़ रुपये के धन के दुरुपयोग का डिटेल देता है। उम्मीद है कि वह जांच शुरू करने के लिए ईडी पर अपने प्रभाव का इस्तेमाल करेंगे।’
11 अक्टूबर के दो पन्नों के पत्र में संजय राउत ने कथित निविदाएं मंगाई थीं और 2018-2019 में कुछ कंपनियों के लिए उनके लिए शर्तें तैयार की गई थीं। उन्होंने कहा कि समय सीमा समाप्त होने के बाद भी परियोजना का 50% काम भी पूरा नहीं हुआ है। उन्होंने कहा कि यह केवल इन दोनों कंपनियों के लाभ के लिए सरकारी धन और सार्वजनिक धन के 500 करोड़ रुपये के दुरुपयोग का एक स्पष्ट मामला है। यह भी बिल्कुल स्पष्ट है कि इन कंपनियों को टेंडर भ्रष्ट आचरण, सत्ता के दुरुपयोग और जबरदस्त राजनीतिक दबाव में दिए गए थे।
संजय राउत ने लिखा कि एक आम धारणा है कि ईडी जैसी एजेंसियां सोमैया के संज्ञान में आने वाले सभी मामलों की गहन जांच करती हैं। इसलिए, इस संवेदनशील फाइल को ईडी या किसी अन्य जांच एजेंसियों को भेजने के बजाय, मैं इसे सीधे आपके पास भेज रहा हूं, इस उम्मीद के साथ कि आप इस मामले की अच्छी तरह से जांच करेंगे और जब आप इस तरह के भ्रष्टाचार का पता लगा लेंगे, तो आप आगे की जांच और आवश्यक कार्रवाई के लिए फाइल ईडी को भेजेंगे। हालांकि, सौमैया ने इस पर टिप्पणी करने से इनकार कर दिया और केवल इतना कहा कि उन्हें कोई लेटर नहीं मिला है।