प्रदेश में मासूमों के साथ दुष्कर्म और छेड़छाड़ की बढ़ती घटनाओं को लेकर राजस्थान राज्य बाल अधिकार संरक्षण आयोग गंभीर नजर आ रहा है। आयोग के फुल कमीशन की बैठक में बच्चों की शिकायतों को ध्यान में रखते हुए कई महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए हैं।
राजस्थान में बच्चों के साथ बढ़ रही अप्रिय घटनाओं को लेकर राजस्थान राज्य बाल अधिकार संरक्षण आयोग ने अब सभी स्कूलों में शिकायत पेटिका लगाने के निर्देश दिए हैं। आयोग अध्यक्ष संगीता बेनीवाल ने बताया कि विद्यालयों में बच्चों के साथ छेड़छाड़ के जो मामले सामने आए हैं इसको लेकर आयोग की फुल कमीशन की बैठक में यह निर्णय लिया गया है।
मामलों की कर रहे मॉनिटरिंग
उन्होंने बताया कि हम लगातार ऐसे मामलों की मॉनिटरिंग कर रहे हैं और संबंधित एसपी और कलेक्टर को तुरंत कार्रवाई के लिए भी निर्देशित भी कर रहे हैं। बेनीवाल ने बताया कि विद्यालयों में एक शिकायत पेटिका लगाई जाएगी, जिस पर पोस्टर चस्पा होगा जहां हेल्पलाइन नंबर भी दर्ज किया गया है। इसका उद्देश्य है कि हर बच्चे तक इसकी जानकारी पहुंचेगी कि वह अपनी किसी भी समस्या या शिकायत को कहां और कैसे दर्ज करा सकता है।
समय पर उपलब्ध हो बच्चों को इलाज
आयोग की फुल कमीशन बैठक में बेनीवाल ने डेंगू के बढ़ते मामलों को लेकर भी चर्चा की। उन्होंने कहा कि बच्चों को सही समय पर इलाज उपलब्ध हो सके इसके लिए चिकित्सा एवं स्वास्थ्य सचिव को पत्र लिखकर बच्चों के लिए अस्पतालों में व्यवस्थाएं सुनिश्चित करने के लिए निर्देशित किया गया है।