गाजियाबाद के सिद्धार्थ विहार की प्रतीक ग्रैंड सोसाइटी में शनिवार रात 25वीं मंजिल से गिरकर जुड़वा भाइयों की मौत के बाद परिवार में कोहराम मच गया है। अपने दोनों बेटों की मौत के बाद मां राधा मुदलिया का रो-रोकर बुरा हाल है। उन्हें अफसोस हो रहा है कि दोनों बेटों को अपने साथ ही क्यों नहीं सोने के लिए ले आईं। वह बार-बार यही कह रही हैं कि अगर वह बच्चों को अपने साथ ले आती तो यह हादसा नहीं होता।
उन्होंने बताया कि फ्लैट के एक कमरे में उनके दोनों बेटे रात में 11 बजे तक पढ़ाई कर रहे थे। इसके बाद मोबाइल पर कोई गेम खेलने लगे। वहीं वह खुद अपनी बेटी के साथ बराबर वाले कमरे में टीवी देख रही थीं। रात में करीब 12 बजे उनके पति ने फोन कर बच्चों के बारे में जानकारी ली और कहा कि रात काफी हो गई है, बच्चों को सुला दो। इसके बाद वह उठकर दूसरे कमरे में गई और बच्चों को भी सोने के लिए कहा, लेकिन बच्चों के दस मिनट और कहने पर वह खुद वापस अपने कमरे में आ गईं, लेकिन जब एक बजे तक बच्चे सोने नहीं आए तो उन्होंने दोबारा जाकर देखा। कमरे की लाइट जल रही थी। बालकनी का दरवाजा खुला था। उन्होंने बेड के नीचे झांककर देखा, बच्चे नहीं मिले तो बालकनी में गईं। नीचे कुछ शोर हो रहा था। झांक कर देखा तो नीचे भीड़ लगी थी। इससे उन्हें अनहोनी का अहसास हुआ तो भाग कर नीचे पहुंचीं। उन्होंने सोसाइटी के लोगों की मदद से बच्चों को अस्पताल पहुंचाया, लेकिन डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
पिता मुंबई से लौटे : हादसे की सूचना मिलने के बाद 15 दिन से मुंबई में रह रहे पलानी मुदलिया पहली फ्लाइट से दिल्ली आ गए। सुबह करीब आठ बजे वह अपने घर पहुंचे और पांच मिनट रुककर बच्चों के शव का पोस्टमॉर्टम कराने के लिए रवाना हो गए।
”दोनों बच्चों की 25वीं मंजिल से गिरने की वजह से मौत हुई है। परिवार से पूछताछ में कोई ठोस बात सामने नहीं आई है। पुलिस हादसे की वजह पता करने का प्रयास कर रही है।” -महिपाल सिंह, क्षेत्राधिकारी प्रथम गाजियाबाद
दो साल पहले यहां फ्लैट खरीदा था
सोसाइटी के सिक्योरिटी गार्ड अजय ने बताया कि करीब दो साल पहले पलानी मुदलिया इस सोसाइटी में रहने के लिए आए थे। उस समय इस सोसाइटी के लगभग सभी फ्लैट खाली थे। उन्होंने बताया कि मुदलिया परिवार इस सोसाइटी के प्रथम तीन निवासियों में से एक है। वहीं पलानी मुदलिया के दोस्त अरविंद झा ने बताया कि पलानी मुदलिया ने करीब दो साल पहले इस सोसाइटी में टू-बीएचके फ्लैट खरीदा था। उस समय वह एचडीएफसी लाइफ के इंडिया हेड थे। हाल ही में उन्होंने कंपनी बदली है। घटना के बाद से वह भी काफी आहत हैं। दोनों बच्चे नीचे कैसे गिरे इसका अभी तक पता नहीं चला है।
बालकनी में कुर्सी पर रखा मिला स्टूल
पुलिस ने बताया कि जिस कमरे में बच्चे थे, उस कमरे का एक दरवाजा बाहर छोटी बालकनी में खुलता है। इस बालकनी की रेलिंग पर चढ़ने के लिए कुर्सी के ऊपर छोटा स्टूल रखा था। इससे आशंका जताई जा रही है कि दोनों बच्चे इसी कुर्सी पर चढ़कर बालकनी से छलांग लगाई होगी या गिरे होंगे। मां ने भी बताया कि कुर्सी पर रखा स्टूल उन्होंने किचन में रखा था, लेकिन हादसे के बाद बालकनी में कुर्सी पर रखा मिला।