उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी में हुई हिंसा के संबंध में केंद्रीय मंत्री अजय मिश्रा को बर्खास्त करने तथा गिरफ्तार करने की मांग को लेकर पंजाब और हरियाणा में किसान सोमवार को सुबह संयुक्त किसान मोर्चा के छह घंटे के ‘रेल रोको’ आंदोलन के तहत रेल की पटरियों पर बैठ गए। इस रेल रोको आंदोलन से नॉर्दन रेलवे जोन की 130 जगहों पर असर पड़ा और करीब 50 ट्रेनों की आवाजाही प्रभावित हुई हैं। रेलवे के चीफ पब्लिक रिलेशंस ऑफिसर ने इसकी जानकारी दी है।
उत्तर पश्चिमी रेलवे में राजस्थान और हरियाणा में कुछ जगहों पर रेल यातायात प्रभावित हुआ। इन दोनों राज्यों में 2 ट्रेनें कैंसिल हुईं और 13 ट्रेनें आंशिक तौर पर रद्द हुईं। इसके अलावा प्रदर्शन के कारण एक ट्रेन को डाइवर्ट करना पड़ा।
नॉर्दन रेलवे जोन में जो ट्रेनें प्रभावित हुई हैं उनमें चंडीगढ़-फिरोजपुर एक्सप्रेस शामिल हैं। यह ट्रेन लुधियाना से सुबह 7 बजे रवाना होनी थी, लेकिन अधिकारियों ने बताया कि यह ट्रेन अभी तक फिरोजपुर-लुधियाना पर खड़ी है। नई दिल्ली-अमृतसर शताब्दी एक्सप्रेस को भी शंभु स्टेशन पर पर प्रदर्शनकारियों की वजह से रोकना पड़ा।
किसानों ने हनुमानगढ़ में रेल पटरी पर प्रदर्शन किया और केंद्र व उत्तर प्रदेश सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। वहीं जयपुर में मोर्चे के सदस्यों ने जयपुर जंक्शन के बाहर प्रदर्शन किया। मोर्चे के राज्य संयुक्त सचिव संजय माधव ने कहा,’ हमें जयपुर जंक्शन में प्रवेश करने की अनुमति नहीं दी गई इसलिए हमने प्रवेश द्वार पर ही धरना दिया।’
आंदोलन के कारण राजस्थान के हनुमानगढ़ व गंगानगर जिले में रेल यातायात प्रभावित हुआ है। उत्तर पश्चिम रेलवे के मुख्य जन सम्पर्क अधिकारी कैप्टन शशि किरण के अनुसार किसान आंदोलन के चलते हुए भिवानी-रेवाड़ी, सिरसा-रेवाड़ी, लोहारू-हिसार, सूरतगढ़-बठिंडा, सिरसा-बठिंडा हनुमानगढ़-बठिंडा, रोहतक-भिवानी, रेवाड़ी-सादुलपुर, हिसार-बठिंडा, हनुमानगढ़-सादुलपुर तथा श्रीगंगानगर- रेवाड़ी रेलखंडों के बीच रेल यातायात प्रभावित हुआ है। उन्होंने बताया कि आंदोलन के कारण बठिण्डा-रेवाडी स्पेशल रेलसेवा व सिरसा-लुधियाना स्पेशल रेलसेवा को सोमवार को रद्द कर दिया गया। वहीं कम से कम 13 ट्रेनों को आंशिक रूप से रद्द किया गया है। जबकि कुछ ट्रेनों को मार्ग बदलकर चलाया जा रहा है।