बिहार में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने कश्मीर में बिहारी मजदूरों की हत्या के लिए बिहार की नीतीश कुमार सरकार को जिम्मेदार ठहराया है। उन्होंने सरकार से पीड़ित परिवारों को एक-एक करोड़ रुपए मुआवजा और परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी देने की मांग की है।
तेजस्वी यादव ने आरोप लगाया कि पिछले 16 साल के कार्यकाल के दौरान सरकार ने बिहार के नौजवानों को रोजगार देने के लिए कुछ नहीं किया। बिहार में यदि रोजगार सृजन के लिए कुछ हुआ होता तो बिहार से लाखों मजदूर काम की तलाश में दूसरे राज्यों को जाने को मजबूर होते है। उन्होंने कहा कि बिहार के लोग नीतीश सरकार की नाकामी की वजह से आतंकवाद की भेंट चढ़ रहे हैं। पिछले 16 वर्षों से बिहार के लोग लगातार पलायन को मजबूर हो रहे हैं। रोजी-रोटी की तलाश में उन्हें जान का रिस्क लेकर दूर-दूर तक जाना पड़ रहा है। उन्होंने कहा कि सरकार को पलायन नहीं रोक पाने के लिए जनता से माफी मांगनी चाहिए।
तेजस्वी ने कहा कि जम्मू कश्मीर से धारा 370 हटाए जाने का जनता दल यूनाइटेड ने समर्थन किया था। उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि सम्भावना है कि सीएम नीतीश कुमार ने जम्मू-कश्मीर को लेकर जो दावे किए थे संभव है कि उसी के प्रभाव में आकर बिहार के मजदूर वहां काम की तलाश में गए हों। गौरतलब है कि रविवार को अनंतनाग में आतंकवादियों ने राजा ऋषिदेव और योगेन्द्र ऋषि नाम के बिहार के दो युवकों की गोली मारकर हत्या कर दी थी। इससे पहले श्रीनगर में आतंकवादियों ने बांका के रहने वाले अरविंद कुमार की भी गोली मारकर हत्या कर दी थी। श्रीनगर में ही भागलपुर के रहने वाले वीरेन्द्र पासवान की भी आतंकियों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी।