हरियाणा के बल्लभगढ़ में यमुना में शुक्रवार को मूर्ति विसर्जन करने के बाद नदी में डूबे तीन चचेरे भाइयों में एक किशोर का शव शनिवार को बरामद कर लिया गया है, जबकि दो अन्य की तलाश में एनडीआरएफ की टीम लगी हुई है। बरामद किए गए शव की पहचान सुमित के रूप में की गई है। तीनों बच्चों के यमुना में डूबने के बाद घंटों तक ग्रामीण गोताखोर उनकी तलाश करते रहे, लेकिन देर शाम तक उनका कोई सुराग नहीं लगा था।
गांव करनेरा स्थित करनेरा कॉलोनी निवासी सुखबीर ने बताया कि शुक्रवार 15 अक्टूबर को दोपहर करीब एक बजे वह अपने परिवार के साथ दुर्गा पूजा के बाद मूर्ति विसर्जन के लिए छायंसा स्थित यमुना घाट पर पहुंचे। मूर्ति विसर्जन के बाद परिवार के लोग यमुना नदी में स्नान कर रहे थे, तभी उसका 17 साल का बेटा अनुज, उनके भाई कर्ण सिंह के बेटे सुमीत उम्र 17 साल और पीयूष 16 साल यमुना नदी में नहाने अंदर चले गए।
इस बीच पानी के तेज बहाव के कारण तीनों बच्चे पानी में डूब गए। उनके भाई परिवार सहित महीपालपुर दिल्ली में रहते हैं। अनुज, सुमित और पीयूष को पानी में डूबते देख हाहाकार मच गया। कोई उन्हें बचाने के लिए भाग रहा था तो कोई शोर मचा रहा था। बचाओ-बचाओ की आवाज सुनकर काफी संख्या में ग्रामीण मौक पर पहुंच गए। बच्चों को निकालने के लिए कुछ ग्रामीण यमुना नदी में कूद गए, लेकिन काफी प्रयास करने के बाद भी बच्चों का कोई सुराग नहीं लगा।
एसडीएम, डीसीपी और एसीपी पहुंचे मौके पर
यमुना नदी में तीन चचेरे भाइयों के यमुना नदी में डूबने की सूचना मिलते ही एसडीएम त्रिलोक चंद, डीसीपी जयवीर राठी, एसीपी सुरेंद्र श्योराण सहित अन्य अधिकारी मौके पर पहुंच गए। गोताखोरों को पानी में उतारा गया, लेकिन बच्चों का पता नहीं चला। एसडीएम त्रिलोक चंद ने बताया कि एनडीआरएफ की टीम भी बुलाई गई। एसीपी तिगांव सुरेंद्र श्योराण ने बताया कि सुखबीर के बयान पर पुलिस ने कार्रवाई शुरू कर दी है। उन्होंने बताया कि तीनों बच्चों को तलाश किया जा रहा है। बच्चे स्वयं पानी में नहाने के लिए यमुना नदी में उतरे थे।