इस सर्दी के मौसम में जो लोग वजन कम करने की योजना पर काम कर रहे हैं, उनके लिए ठंडे पानी की झील, नदी में तैराकी मददगार साबित हो सकती है। डेनमार्क के शोधकर्ताओं की तरफ से किए गए एक अध्ययन के मुताबिक तैराकी के लिए ठंडे पानी की झील व नदी में लगाई जाने वाली नियमित छलांग से अधिक कैलोरी खर्च होती है और यह प्रक्रिया वजन कम करने में मददगार है। शोधकर्ताओं का यह अध्ययन जर्नल सेल रिपोर्ट्स मेडिसिन में प्रकाशित हुआ है।
ठंडे पानी में तैराकी करने वाले 24 घंटे में अतिरिक्त 500 कैलोरी खर्च करते हैं
डेनमार्क के शोधकर्ताओं के मुताबिक ठंडे पानी में तैराकी करने वाले लोग 24 घंटे में सामान्य लोगों की तुलना में अतिरिक्त 500 कैलोरी खर्च करते हैं। शोधकर्ताओं ने ठंडे पानी की झील व नदीं में सप्ताह में दो से तीन बार तैराकी करने वाले आठ लोगों के समूह पर किए गए अध्ययन के बाद यह निष्कर्ष निकाला है। जिनकी उनके उम्र व वजन वाले आठ अन्य लोगों के साथ तुलना की गई। शोधकर्ताओं के मुताबिक तैराकी के बाद सामान्य लोगों की तुलना में ऐसे लोगों के शरीर का तापमान तेजी से बढ़ता है, जिससे अधिक कैलोरी खर्च होती है। नतीजतन व 24 घंटे में अतिरिक्त 500 कैलोरी खर्च करते हैं।
ठंडा शरीर खुद को गर्म करने के लिए अधिक मेहनत करता है
जर्नल सेल रिपोर्ट्स मेडिसिन में प्रकाशित अध्ययन में पाया गया है कि सर्दियों में ठंडे पानी की तैराकी के बाद शरीर का तापमान कम हो जाता है। ऐसे में शरीर को खुद को गर्म करने के लिए अधिक मेहनत करनी पड़ती है। जिससे अधिक कैलोरी खर्च होती है।
कोपेनहेगन विश्वविद्यालय की तरफ से किए अध्ययन में वरिष्ठ शोधकर्ता डा. कैमिला शीले ने कहा कि अध्ययन के हमारे नतीजे बताते हैं कि ठंडे पानी में तैरने वाले लोग ठंडे तापमान से अलग तरीके से निपटने के लिए अपने शरीर को प्रशिक्षित करते हैं। उन्होंने कहा कि वे अधिक कैलोरी जलाते हैं और उनका वजन कम होने की संभावना बनती हैं, जो सामान्य रूप से उनके स्वास्थ्य के लिए अच्छा हो सकता है।