गाजियाबाद के भाटिया मोड़ पर बुधवार रात को हुआ सड़क हादसा पुलिस के लिए पहेली बन गया है। खासतौर पर बस के चालक और मृतक के परिजनों के बयान अलग अलग होने की वजह से पुलिस भी उलझ कर रह गई है। फिलहाल पुलिस ने मृतक के परिजनों की तहरीर के आधार पर मुकदमा दर्ज कर लिया है, लेकिन असलियत की पड़ताल के लिए पुलिस की तीन अलग अलग टीमें सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाल रही है।
क्षेत्राधिकारी द्वितीय अवनीश कुमार के मुताबिक बस चालक महेंद्र ने अपने बयान में बताया कि बाइक सवार बृजेश पांडे उनकी गाड़ी के आगे चल रहा था और उसने अचानक ब्रेक लगाई। इससे बस का बैलेंस खराब हो गया। जबकि मृतक बृजेश पांडेय के परिजनों ने अपनी तहरीर में बताया है कि उसके लालकुआं की तरफ से आने का सवाल ही नहीं है। वह तो गुरुग्राम से नया बस अड्डा मेट्रो से उतरा और वहां से बाइक लेकर लालकुआं की ओर जा रहा था।
अनफिट दौड़ रही 350 निजी बस बनी जान का खतरा
गाजियाबाद में दौड़ रही 350 अनफिट बस के लोगों की जान का खतरा बन रही है। लगातार बस हादसों के मामले सामने आ रहे हैं। इसमें बस में खराबी या उपकरण खराब होने के कारण बताए गए हैं। बुधवार बस हादसे में 1 की मौत और 3 घायल हो गए थे। हादसे जांच में मामला सामने आया कि बस का टायर पंचर हो गया था। इसी प्रकार पलवल में स्टेरिंग जाम होने पर बस पलट गई, जिसमें छह लोग घायल हो गए।
बता दें जिले में करीब 350 बस ऐसी हैं, जिनकी फिटनेस खत्म हो गई है। बस चालक नाही फिटनेस जांच करा रहे हैं और ना ही नवीनीकरण करा रहे हैं। दरअसल परिवहन विभाग की ओर से 30 जुलाई को फिटनेस खत्म होने वाले वाहनों को तीन महीने की रियायत दी गई थी। ऐसे में 30 सितंबर तक वह वाहन बिना फिटनेस जांच के वहां चला सकते थे, लेकिन अभी भी कई वाहनों की फिटनेस का नवीनीकरण नहीं हुआ है। संभागीय निरीक्षक विंध्यांचल गुप्ता ने बताया कि वाहन चालकों को निरंतर फिटनेस जांच कराने के आदेश दिए गए हैं।