लखीमपुर खीरी के तिकुनिया में तीन अक्टूबर को हुई हिंसा मामले में आरोपी बनाए गए आशीष मिश्रा का साथी अंकित दास भी सरेंडर करना चाहता है। अंकित दास की तरफ से सरेंडर के लिए सीजेएम की कोर्ट में अर्जी लगाई है। अदालत ने अर्जी का संज्ञान लेते हुए स्थानीय पुलिस से मामले में रिपोर्ट मांगी है। अंकित की पुलिस तलाश कर रही है। आरोप है कि किसानों को कुचलने वाली थार जीप के पीछे चल रही फारच्यूनर में अंकित दास बैठा था।
इससे पहले मंगलवार को पुलिस ने अंकित दास के ड्राइवर शेखर भारती को गिरफ्तार किया है। फिलहाल पुलिस शेखर से पूछताछ में जुटी है। पुलिस सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक वारदात के वक्त शेखर भारती काली रंग की फार्च्यूनर चला रहा था। घटना वाले दिन पुलिस ने आरोपी अंकित दास के ड्राइवर शेखर को पकड़ा था। उसका वीडियो भी सोशल मीडिया में तेजी से वायरल हुआ था।
इससे पहले पुलिस की टीम अंकित दास को ढूंढने के लिए लखनऊ के पुराना किला मोहल्ले में स्थित उसके घर पर पहुंची थी, लेकिन अंकित यहां पर मौजूद नहीं था। फिलहाल अंकित दास की तलाश में छापेमारी की जा रही है। पुलिस उसकी तलाश में जुटी हुई है। बताया जा रहा है कि हिंसा में प्रयोग हुई गाड़ी का मालिक अंकित दास है। इस बीच शुक्रवार रात लखनऊ पुलिस ने छापा मारकर आशीष के दोस्त अंकित दास के घर से एसयूवी बरामद की जो घटना के दिन वहां मौजूद थी।
अंकित दास पूर्व कांग्रेस सांसद और पूर्व केंद्रीय मंत्री अखिलेश दास के भतीजे हैं। अखिलेश दास 18 साल तक राज्यसभा के सांसद रहे थे। मनमोहन सरकार में अखिलेश दास इस्पात मंत्री बनाए गए थे। अप्रैल 2017 में हार्ट अटैक से उनकी मौत हो गई थी। लखीमपुर खीरी में 3 अक्टूबर को हिंसा हुई थी। इसमें 4 किसानों समेत 8 लोगों की मौत हो गई थी। इस हिंसा में मुख्य आरोपी केंद्रीय मंत्री अजय मिश्रा के बेटे आशीष मिश्रा को पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। मंगलवार की सुबह ही आशीष मिश्रा को पुलिस ने तीन दिनों की रिमांड पर लिया है।