नोएडा प्राधिकरण (Noida Authority) के खिलाफ चल रहा 81 गांवों के किसानों का आंदोलन सोमवार को और उग्र हो गया। करीब 40 दिन से हरौला बारात घर में धरने पर बैठे सैकड़ों किसानों ने आज प्राधिकरण ऑफिस पहुंचकर जमकर हंगामा किया। इससे पहले किसानों ने एक गेट और एक स्थान की बैरिकेडिंग तोड़ दी और जब पुलिस ने उन्हें रोकने का प्रयास किया तो किसान और उग्र हो गए। प्रदर्शनकारियों में महिलाएं और बुजुर्ग भी शामिल थे।
आरोप है कि हंगामे के दौरान किसानों ने एडीसीपी रणविजय सिंह सहित कई पुलिस वालों की वर्दी फाड़ दी। इसके बाद पुलिस हालात को काबू करने के लिए लाठीचार्ज और हल्का बल प्रयोग किया। इसको पर जमकर बवाल हुआ। किसान यहां 1 सितंबर से धरना दे रहे हैं। इस घटना के बाद अब पुलिस उपद्रवियों के खिलाफ एक्शन के मोड में आ गई है। दूसरी तरफ प्रदर्शनकारी किसानों का कहना है कि पुलिस ने उनके साथ ज्यादती की, जिससे कई किसान भी जख्मी हुए हैं।
नोएडा पुलिस का कहना है कि प्रदर्शनकारी किसानों की आड़ में कुछ अराजक तत्वों ने पुलिस कर्मियों के साथ मारपीट की। एडीसीपी रणविजय सिंह समेत कई पुलिसकर्मियों की वर्दी फाड़ी गई। उनके साथ अभद्रता का व्यवहार किया। एडीसीपी रणविजय ने कहा है कि सभी अराजक तत्वों की पहचान की कोशिश की जा रही है। सभी के खिलाफ केस दर्ज कर सख्त कार्रवाई की जाएगी। वहीं, पुलिस इस मामले में आरोपी किसान नेताओं के खिलाफ भी कार्रवाई करने की बात कह रही है।
दरअसल, किसानों के धरने को देखते हुए आज सुबह से ही नोएडा प्राधिकरण कार्यालय के सामने भारी पुलिस बल तैनात था। प्रदर्शनकारी हर हाल में प्राधिकरण ऑफिस पहुंचना चाहते थे। पुलिस ने जब उन्हें रोकने की कोशिश की तो किसान भड़क गए।